केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि विपक्ष दल आपसी समस्याओं का हल खुद नहीं कर सकते। वे इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हैं। वे सोचते हैं कि जनता यकीन कर लेगी कि वे उनकी परेशानियों का हल कर देंगे।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले NDA का सामना करने के लिए विपक्षी दलों ने मोर्चा बनाया है। उन्होंने इसे I.N.D.I.A (Indian National Developmental Inclusive Alliance) नाम दिया है। विपक्षी दलों ने मोर्चा तो बना लिया, लेकिन उनकी आपसी लड़ाई खत्म नहीं हो रही है।
इसी क्रम में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने पीएम से कहा है कि वे कर्नाटक को कहें कि तमिलनाडु के हिस्से का कावेरी का पानी छोड़े। पत्र में स्टालिन ने कहा है कि पानी की कमी से कावेरी डेल्टा के किसानों को परेशानी हो रही है। उनकी कुरुवई धान की फसल खतरे में है।
मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने साधा निशाना
एमके स्टालिन द्वारा कर्नाटक के सीएम के खिलाफ पीएम को लिखे पत्र को लेकर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। तमिलनाडु में डीएमके और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। दोनों दल विपक्ष में है और वे विपक्षी मोर्चे I.N.D.I.A में शामिल हैं।
राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट किया, “दो राजवंश पार्टियां कांग्रेस और डीएमके पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति नफरत के चलते I.N.D.I.A नाम के मोर्चे में साथ आए हैं। वे अपने राजवंश की रक्षा करना चाहते हैं। वे पीएम मोदी को पत्र लिखते हैं कि उनके विवाद को हल करें। वे खुद अपना विवाद हल नहीं कर सकते। ये जोकर ये चाहते हैं कि मतदाता यह सोचें कि वे उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे, जबकि वे खुद अपनी समस्याओं का हल नहीं कर सकते।”