
CBI Chief Selection 2025: लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद राहुल गांधी ने सोमवार को पहली बार CBI Chief Selection 2025 को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का रुख किया। यहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) के साथ बैठक में शामिल हुए जिसमें केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अगले निदेशक के नाम पर चर्चा की गई है।
CBI Chief Selection 2025 की यह मीटिंग इसलिए हुई क्योंकि वर्तमान सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद का कार्यकाल 25 मई को समाप्त हो रहा है। 1986 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी प्रवीण सूद मई 2023 में इस पद पर नियुक्त हुए थे। उन्होंने सुबोध कुमार जायसवाल की जगह ली थी।
भारत में CBI Chief Selection 2025 की प्रक्रिया एक उच्चस्तरीय समिति द्वारा पूरी की जाती है, जिसमें तीन प्रमुख सदस्य होते हैं:
इस समिति का काम है देश के नए CBI प्रमुख का चयन करना, जिनका कार्यकाल दो साल का होता है और इसे अधिकतम पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है।
CBI जैसे संस्थान के प्रमुख की नियुक्ति में CBI Chief Selection 2025 के तहत राहुल गांधी की भूमिका अब तक की सबसे बड़ी संस्थागत भागीदारी मानी जा रही है। इससे उनकी विपक्षी राजनीति में गहराई और परिपक्वता को लेकर नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।