जेडीयू नेता ललन सिंह यह क्या बोल गए? कहा- 'तेजस्वी जी को घोषणा पत्र में बताना चाहिए कितने लोगों की जमीन हड़पी'

Published : Mar 11, 2023, 12:15 PM ISTUpdated : Mar 11, 2023, 12:31 PM IST
laln singh

सार

एक तरफ बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में पूछताछ के समन भेजा है। वहीं दूसरी तरफ अब सहयोगी पार्टी के नेता भी तेजस्वी यादव पर ही हमला कर रहे हैं। 

Land For Job Bihar. बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजीस्वी यादव से लैंड फॉर जॉब मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई ने समन भेजा है। वहीं सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन का एक वीडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वे कह रहे हैं कि- तेजस्वी जी को अपने घोषणा पत्र में यह ऐलान करना चाहिए कि उन्होंने कितने लोगों की जमीनें हड़पी हैं। ललन सिंह ने कहा कि उन्हें यह भी बताना चाहिए कि टिकट बेचकर कितनी संपत्ति हासिल की है। यह वीडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रहा है।

2 घंटे में ही बदले ललन सिंह के सुर?

इससे कुछ ही देर पहले ललन सिंह ने ट्वीट किया कि नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई दो बार जांच कर साक्ष्य नहीं जुटा पाई। लेकिन 9 अगस्त 2022 के बाद अचानक दिव्यशक्ति से उनको साक्ष्य मिलने लग गया और माननीय लालू प्रसाद जी एवं उनके परिजनों के यहां भारी छापेमारी हुई, खोदा पहाड़ निकली चुहिया। ललन सिंह यही नहीं रूके और लिखा कि अरे भाई...! साक्ष्य नहीं भी मिलता तो साक्ष्य दिखाने के लिए पालतू तोते कुछ भी कर सकते हैं। गाय का सींग भैंस में और भैंस का सींग गाय में जोड़ रहे हैं। अखबार कहता है कि 'एके इंफोसिस्टम के कारण छापा डाला गया है'... जिसका नौकरी से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन खैर पालतू तोते अपने मालिक का निर्देश पाकर कुछ भी कर सकते हैं, अघोषित आपातकाल जो है। गर्भवती महिला और छोटे-छोटे बच्चों के साथ इस तरह का निर्मम आचरण देश में पहली बार हुआ है, देश इसको याद रखेगा। दमन चाहे जितना कर लें, 2024 में देश भाजपा मुक्त होगा।

 

 

दो दर्जन ठिकानों पर छापेमारी

ईडी ने शुक्रवार को लालू प्रसाद यादव और उनके रिश्तेदारों के दिल्ली-एनसीआर, पटना, रांची और मुंबई सहित कुल दो दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की है। लालू प्रसाद यादव के रिश्तेदार रागिनी यादव, चंदा यादव, हेमा यादव, नवदीप सरदाना, प्रवीण जैन, एके इंफोसिस्टम, ब्रह्मा सिटी प्राइवेट लिमिटेड सहित कई संस्थानों पर छापे मारे हैं।

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