दिल्ली: देश में 900 किलोमीटर नई रेल लाइन को मंजूरी मिल गई है। 24,657 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। सात राज्यों में आठ रेल लाइनों को मंजूरी दी गई है। केरल से होकर गुजरने वाली कोई भी लाइन इस सूची में शामिल नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में आठ रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी।
ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल जैसे 7 राज्यों के 14 जिलों से होकर यह रेल लाइन गुजरेगी। इस परियोजना के तहत 64 नए स्टेशन भी बनाए जाएंगे। इससे पूर्वी सिंहभूम, भद्राद्री कोठागुडेम, मलकानगिरी, कालाहांडी, नबरंगपुर, रायगढ़ जैसे जिलों के 510 गांवों के लगभग 40 लाख लोगों को फायदा होगा।
नई आठ रेलवे लाइनों में से ज्यादातर ओडिशा में हैं। गुनुपुर-थेरुबली, जुनगढ़-नबरंगपुर, बडामपहाड़-कंडुजहारगढ़, बंगरीपोसी-गोरूमाहिसानी लाइनें ओडिशा में हैं। मलकानगिरी-पांडुरंगपुरा (भद्राचलम होकर) लाइन ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से होकर गुजरती है। बुरामारा और चाकुलिया के बीच रेलवे लाइन झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से होकर गुजरती है। जलना-जालगांव लाइन महाराष्ट्र में और बिक्रमशिला-कटिहार रेल लाइन बिहार में है।
सरकार ने बताया कि ये लाइनें कृषि उत्पादों, उर्वरकों, कोयला, लौह अयस्क, स्टील, सीमेंट, बॉक्साइट, चूना पत्थर, एल्यूमीनियम पाउडर जैसी वस्तुओं की ढुलाई के लिए महत्वपूर्ण हैं।