चंद्रयान-3 मिशन को लेकर लोग काफी उत्साह है। चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के बाद चंद्रयान-3 ने तमाम जानकारी साझा की। प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी वीरमुथुवेल और एसोसिएट प्रोजेक्ट डायरेक्टर कल्पना कालाहस्ती ने मिशन को लेकर बातचीत की।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर, चंद्रयान-3 पी वीरमुथुवेल ने बताया कि यह हमारे लिए बेहद सुखद अनुभव रहा। चंद्रयान-2 मिशन के पूरी तरह से सफल न होने पर हमारी टीम ने उस मिशन की खामियों को पहचान और उन्हें दूर कर इस नए मिशन पर काम किया। इस मिशन की सफलता के बाद टीम में भी अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। चंद्रयान-2 के दौरान जो प्रयोग हम लोगों ने किए थे उनमें भी चंद्रयान-3 के दौरान बदलाव किया गया। चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग ही हमारा मुख्य उद्देश्य था जिसमें सफलता हासिल कर ली गई है। इसके बाद लैंडर और रोवर ने वहां से काफी उपयोगी डाटा भी भेजा है।
एसोसिएट प्रोजेक्ट डायरेक्टर, चंद्रयान-3 कल्पना कालाहस्ती ने बताया कि टैक्निकल चैलेंज के साथ ही टीम में समन्वय बनाना भी हमारे लिए एक बड़ा काम था। टीम के कई सदस्य अलग-अलग जगहों से आते हैं और उनकी बोलचाल की भाषा और रहन-सहन में भी काफी अंतर होता है। इस मिशन की सफलता में टीम हैंडलिंग भी एक बड़ा टास्क था। टीम के सभी सदस्यों के कंधों पर अहम जिम्मेदारी थी जो उन्होंने काफी अच्छी तरह से निभाई। आपको बता दें कि चंद्रयान की उपलब्धि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक बड़ा मील का पत्थर है और वीरमुथुवेल के नेतृत्व में भारत की शक्ति का प्रमाण है। उनके अलावा महिला वैज्ञानिक कल्पना कालाहस्ती भी भारत की अद्वितीय संपत्ति हैं। कल्पना ने भारत में विभिन्न उपग्रहों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। न केवल चंद्रयान, बल्कि कल्पना कालाहस्ती ने भारत में विभिन्न उपग्रहों के निर्माण और यहां तक कि मंगल ग्रह के निर्माण में भी अग्रणी भूमिका निभाई है।