
P Chidambaram On Pahalgam Terror Attack: संसद में 28 जुलाई को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी है और इससे पहले पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे सियासी तूफान खड़ा हो गया है। एक इंटरव्यू में पी चिदंबरम ने कहा है कि पहलगाम हमले में भारत में पैदा हुए आतंकवादी शामिल हो सकते हैं। पी चिदंबरम ने सवाल किया है कि क्या सबूत है कि पहलगाम में हमला करने वाले पाकिस्तान से आए थे। चिदंबरम के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रही है। बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही पाकिस्तान की तरफ झुकती रही है।
पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने एक इंटरव्यू में कहा है कि सरकार राष्ट्रीय जांच एजेंसी की पहलगाम हमले में की गई जांच के बारे में जानकारी देने को तैयार नहीं है। उन्होंने सवाल किया, "क्या एनआईए ने आतंकियों की पहचान की? वे कहां से आए? हो सकता है कि वे घरेलू आतंकी हों। यह क्यों मान लिया कि वे पाकिस्तान से आए? इसके कोई सबूत नहीं हैं।" वहीं, पहलगाम हमले को लेकर केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि पहलगाम में 26 बेगुनाहों की जान लेने वाले आतंकी पाकिस्तानी नागरिक थे। कश्मीर के चर्चित पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकवादियों ने सैलानियों का नाम और धर्म पूछ कर परिजनों के सामने ही हत्या कर दी थी। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष भी हुआ था।
पी चिदंबरम ने सरकार पर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को हुए नुकसान को छिपाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "सरकार नुकसान को छिपा रही है। मैंने अपने कॉलम में लिखा था कि युद्ध में दोनों पक्षों को नुकसान होता है। भारत को भी नुकसान हुआ होगा। इसे खुलकर स्वीकार करना चाहिए।" उन्होंने ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल का उदाहरण देते हुए कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटेन ने अपने नुकसान को खुलकर स्वीकार किया था। भारत ने पाकिस्तान के भीतर हमले करके आतंकी ठिकाने नष्ट किए थे और पाकिस्तान के कई सैन्य हवाई अड्डों को भी नुकसान पहुंचाया था। वहीं पाकिस्तान ने भारत के पांच लड़ाकू विमान मार गिराने का दावा किया था। भारत ने इस बारे में अधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि, कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष का हवाला देते हुए कहा था कि इस दौरान पांच जेट गिराए गए थे। उन्होंने ये नहीं बताया था कि ये जेट किस देश के थे।
चिदंबरम ने यह भी पूछा कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर सवालों से क्यों बच रही है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया, रैलियों में बोले, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर पर चुप क्यों हैं? संसद में बहस से क्यों डर रहे हैं?" उन्होंने यह भी कहा कि युद्धविराम की घोषणा भारत सरकार ने नहीं, बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने की थी।
बीजेपी ने चिदंबरम के बयान पर तीखा हमला बोला है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, "चिदंबरम, जो 'सैफ्रन टेरर' थ्योरी के जनक रहे, ने फिर से पाकिस्तान को क्लीन चिट दी। पहलगाम हमले के बाद कांग्रेस हमेशा पाकिस्तान का बचाव क्यों करती है? जब हमारी सेनाएं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का मुकाबला करती हैं, तो कांग्रेस इस्लामाबाद के वकील की तरह क्यों बोलती है?" बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी कहा, "26/11 से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक और पहलगाम तक, कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ है।"
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कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने चिदंबरम का समर्थन किया और बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “यह सरकार ही थी जिसने युद्धविराम स्वीकार कर पाकिस्तान को क्लीन चिट दी। आपने हमारी सेनाओं को रोका। पहलगाम के हत्यारे अभी जिंदा हैं। क्या यह शर्मनाक नहीं?”
आज संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस शुरू होने वाली है। चिदंबरम के बयान को बीजेपी संसद में उठा सकती है। यह बहस राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत-पाकिस्तान संबंधों पर तीखी चर्चा का कारण बन सकती है।