पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच विवाद चरम पर है। इसी बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में शामिल होने के लिए मॉस्को गए हैं। इस बैठक में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंघे भी शामिल हुए हैं। शुक्रवार की रात चीन के रक्षा मंत्री और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मुलाकात हुई।
नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच विवाद चरम पर है। इसी बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में शामिल होने के लिए मॉस्को गए हैं। इस बैठक में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंघे भी शामिल हुए हैं। शुक्रवार की रात चीन के रक्षा मंत्री और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मुलाकात हुई। चार महीने से दोनों देशों के बीच जारी विवाद के बीच इस स्तर की यह पहली बैठक है।
रूस के साथ हुई सकारात्मक बैठक
राजनाथ सिंह तीन दिन के दौरे पर रूस पहुंचे हैं। इससे पहले गुरुवार को उन्होंने रूस के रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने हथियार प्रणालियों, गोला बारूद और कल पुर्जों की जल्द आपूर्ति के लिए कहा। इस बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर रहा, रूस के रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू के साथ बैठक शानदार रही। हमने दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक सहयोग समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।
चीन ने फिर की घुसपैठ की कोशिश
इससे पहले 29-30 अगस्त को चीन के करीब 500 सैनिकों ने पैंगोंग में घुसपैठ की कोशिश की। हालांकि, यहां पहले से मुस्तैद भारतीय जवानों ने इस कोशिश को नाकाम कर दिया। इसके बाद चीन ने 31 अगस्त को भी घुसपैठ की नाकाम कोशिश की।
15 जून को हुई थी हिंसका झड़प
भारत और चीन के बीच विवाद पिछले 3-4 महीनों से चल रहा है। 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन के भी 40 जवान मारे गए थे। हालांकि, चीन ने अब तक आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है।