चीन के झूठ पर भारत का जवाब- चीनी सैनिक हमारी लोकेशन की तरफ आ रहे थे, मना करने पर की फायरिंग

चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। 7 सितंबर की रात चीनी सैनिकों ने पहले भारतीय चौकी के पास आकर फायरिंग की। इसके बाद चीनी मीडिया ने इस घटना के लिए भारत को जिम्मेदार ठहरा दिया। लेकिन अब भारतीय सेना ने घटना की पूरी जानकारी देकर चीन की पोल खोल दी है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 8, 2020 1:58 AM IST / Updated: Sep 08 2020, 02:33 PM IST

लद्दाख. चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। 7 सितंबर की रात चीनी सैनिकों ने पहले भारतीय चौकी के पास आकर फायरिंग की। इसके बाद चीनी मीडिया ने इस घटना के लिए भारत को जिम्मेदार ठहरा दिया। लेकिन अब भारतीय सेना ने घटना की पूरी जानकारी देकर चीन की पोल खोल दी है। भारतीय सेना ने बताया, जहां भारतीय सेना एलएसी पर डिसएंगेजमेंट और डि एस्केलेशन के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं, चीन उत्तेजक गतिविधियों को लगातार अंजाम दे रहा है। किसी भी स्तर पर भारतीय सेना ने एलएसी पार नहीं की और ना ही फायरिंग समेत किसी भी आक्रामकता का इस्तेमाल किया। 

भारतीय सेना ने बताया, 7 सितंबर को चीनी सेना ने एलएसी पर भारतीय सेना की पोस्ट के नजदीक आने की कोशिश की। जब भारतीय जवानों ने इसे नाकाम कर दिया, तो चीनी सैनिकों ने हमारे जवानों को डराने के प्रयास में हवा में कुछ राउंड फायर किए। सेना के मुताबिक, पीएलए सैन्य और कूटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर व्यस्तता के साथ समझौतों का उल्लंघन कर रहा है और आक्रामक युद्धाभ्यास कर रहा है।

चीनी मीडिया ने भारत पर लगाए आरोप
चीनी अखबार ने सोमवार देर रात दावा किया कि भारतीय सैनिकों ने सीमा पार कर गोलीबारी की है। दावा किया जा रहा है कि यह झड़प पैंगोंग त्सो झील के दक्षिण किनारे पर एक पहाड़ी पर हुई। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने यह दावा चीनी सेना के वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता के हवाले से किया। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, भारतीय सेना ने पैंगोंग त्सो झील के दक्षिण किनारे के पास शेनपाओं की पहाड़ी पर एलएसी पार की। भारतीय जवानों ने बातचीत की कोशिश कर रहे चीनी सैनिकों पर वार्निंग शॉट फायर भी  किए, इसके बाद चीनी सैनिकों को हालात काबू में करने के लिए कदम उठाने पड़े। 
 


 
भारत ने घुसपैठ की कोशिश की थी नाकाम
एलएसी पर चीन लगातार घुसपैठ की कोशिश में जुटा है। इससे पहले 29-30 अगस्त की रात चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। इसके भारतीय जवानों ने नाकाम कर दिया था। इसके बाद चीनी सैनिक पीछे हटने को मजबूर हो गए थे। भारत ने यहां एक अहम चोटी पर भी कब्जा किया था। 

15 जून को हुई थी हिंसक झड़प
भारत और चीन के बीच पिछले 3 महीने से सीमा को लेकर तनाव चल रहा है। 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई थी। इसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। वहीं, 40 चीनी सैनिक भी मारे गए थे। हालांकि, चीन ने मारे गए अपने सैनिकों की संख्या की जानकारी नहीं दी। 
 
बातचीत से हल नहीं हो रहा विवाद
भारत और चीन बीच विवाद को सुलझाने के लिए कई स्तर की बातचीत भी हो चुकी है। लेकिन विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। हाल ही में रूस में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी समकक्ष वेई फेंगे के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई थी। अब दोनों देशों के विदेश मंत्री के बीच मॉस्को में बैठक होने की संभावना है।  

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