शिवसेना के बाद झारखंड में इस सहयोगी पार्टी से भाजपा को झटका, 50 सीटों पर अलग लड़ेगी चुनाव

झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। यहां, केंद्र और बिहार में भाजपा की सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी 81 विधानसभा सीटों वाले राज्य में 50 पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।

Asianet News Hindi | Published : Nov 12, 2019 7:48 AM IST / Updated: Nov 12 2019, 05:36 PM IST

रांची. झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। यहां केंद्र और बिहार में भाजपा की सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी 81 विधानसभा सीटों वाले राज्य में 50 पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पार्टी जल्द ही पहली सूची जारी करेगी। 

झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर से पांच चरणों में मतदान होना है। 23 दिसंबर को मतगणना होगी। 81 विधानसभा सीटों के लिए मतदान का पहला चरण 30 नवंबर को, दूसरा चरण 6 दिसंबर को, तीसरा चरण 12 दिसंबर को, चौथा चरण 16 दिसंबर को और अंतिम चरण 20 दिसंबर को होगा।

6 सीटें मांग रही थी लोजपा
चुनाव से पहले भाजपा ने लोजपा से साथ में चुनाव लड़ने की पेशकश की थी। लोजपा ने 6 सीटें मांगी थीं। लेकिन इन सीटों पर भाजपा ने अपना प्रत्याशी उतार दिया। इसके बाद लोजपा ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। 

पिछले तीन चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई
2005 विधानसभा चुनाव में लोजपा ने 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, हालांकि, उसे एक भी सीट पर जीत नहीं मिली। इसके बाद 2009 में लोजपा ने 10 सीटों पर प्रत्याशी उतारे, फिर भी उसे जीत का स्वाद नहीं मिल सका। इसके बाद 2014 में लोजपा ने एनडीए के साथ मिलकर 1 सीट पर प्रत्याशी उतारा, यहां पार्टी तीसरे नंबर पर रही। 

नीतीश की पार्टी भी अलग लड़ रही चुनाव
झारखंड में भाजपा के सभी सहयोगियों ने साथ छोड़ दिया है। सुदेश महतो की पार्टी आजसू ने भी कुछ सीटों पर भाजपा के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारे। उधर, केंद्र और बिहार में भाजपा की सहयोगी जदयू भी झारखंड में अलग चुनाव लड़ रही है। नीतीश कुमार की पार्टी ने 2014 में यूपीए के साथ चुनाव लड़ा था। इस बारे वे साफ कर चुके हैं कि भाजपा से गठबंधन सिर्फ बिहार में है, बाकी राज्यों में जदयू अलग चुनाव लड़ेगी। 

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