कैप्टन से नाराज 40 विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान से उनकी शिकायत की थी। हाईकमान का रुख देख कैप्टन के करीबियों ने भी उनसे दूरी बना ली है।
चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। शनिवार को वो राज्यपाल बीएल पुरोहित से मिलने पहुंचे और पूरे मंत्रिमंडल का इस्तीफा सौंपा दिया। कांग्रेस हाईकमान का रुख देख कैप्टन के करीबियों ने भी उनसे दूरी बना ली थी। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद दोनों के बीच दूरियां बढ़ गईं थी। दोनों के बीच कई बार मुलाकातें हुईं लेकिन दोनों के दिल नहीं मिल पाए।
इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने कहा- मैंने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष से बात की थी और मैंने उन्हें कह दिया था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं। मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें(कांग्रेस अध्यक्ष) जिसपर विश्वास है उसे मुख्यमंत्री बनाएं।
पिछले कुछ महीनों मे तीसरी बार ये हो रहा है कि विधायकों को दिल्ली में बुलाया गया। मैं समझता हूं कि अगर मेरे ऊपर कोई संदेह है, मैं सरकार चला नहीं सका, जिस तरीके से बात हुई है मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं। मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है। फ्यूचर पॉलिटिक्स हमेशा एक विकल्प होती है और जब मुझे मौका मिलेगा मैं उसका इस्तेमाल करूंगा।
पार्टी छोड़ने की दी थी धमकी
बताया जा रहा है कि कैप्टन ने कांग्रेस से वरिष्ठ नेता कमलनाथ और मनीष तिवारी से बात की ती। उन्होंने धमकी दी थी कि उन्हें इस तरह CM पद से हटाया गया तो वे पार्टी भी छोड़ देंगे। उन्होंने ये संदेश पार्टी हाईकमान तक पहुंचाने के लिए भी कह दिया था। बता दें कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के कामकाज को लेकर कई बार सवाल उठाए थे।
40 विधायकों ने की थी बगावत
कैप्टन से नाराज 40 विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान से उनकी शिकायत की थी। बता दें कि हरीश रावत ने इस बैठक में प्रदेश के सभी विधायकों से अनुरोध किया है कि वह इस बैठक में शामिल हो। इसके अलावा कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने भी सभी एमएलए से मीटिंग में आने की अपील की है। वहीं बताया जा रहा है कि इस पत्र के माध्यम से सिद्धू खेमे के विधायकों ने सीएम कैप्टन के कामकाज पर सवाल उठाए हैं।
कैप्टन ने सोनिया गांधी से की थी फोन पर बात
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले सीएम अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी से फोन पर बीतचीत की थी। कैप्टन ने बिना बताए विधायक दल की बैठक बुलाए जाने को अपमानजनक बताया है। जिसके चलते सीएम कांग्रेस नेताओं से नाराज हैं।