दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन के फैसले को लेकर मोदी सरकार का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, 24 मार्च को लॉकडाउन लगाना काफी अहम रहा। अगर यह लॉकडाउन लगाया ना गया होता तो भारत में स्थिति बहुत ही भयावह होती। उन्होंने कहा, उस वक्त देश कोरोना से लड़ने के लिए तैयार नहीं था। हमें सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में भी जानकारी नहीं थी।
नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन के फैसले को लेकर मोदी सरकार का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, 24 मार्च को लॉकडाउन लगाना काफी अहम रहा। अगर यह लॉकडाउन लगाया ना गया होता तो भारत में स्थिति बहुत ही भयावह होती। उन्होंने कहा, उस वक्त देश कोरोना से लड़ने के लिए तैयार नहीं था। हमें सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में भी जानकारी नहीं थी।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, उस वक्त देश किसी भी तरह से कोरोना का सामना करने के लिए तैयार नहीं था। ना ही हमारे पास टेस्टिंग किट थीं और ना ही पीपीई किट।
जो छूटें केंद्र सरकार ने तय कीं वे दिल्ली में भी मिलेंगी
सीएम केजरीवाल ने कहा, केंद्र सरकार ने 2 सप्ताह के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया है, पूरी दिल्ली रेड जोन में है, इसमें केंद्र सरकार ने जो भी छूट दी हैं वे सभी छूट हम दिल्ली में देने वाले हैं।
- कल से सभी सरकारी दफ्तर खुलेंगे, आवश्यक सेवाओं से संबंधित दफ्तर में 100% लोग आएंगे
- गैर जरूरी सेवाओं वाले दफ्तर में डिप्टी ऑफिसर से ऊपर तक का 100% स्टाफ और उससे नीचे 33% का स्टाफ रहेगा।
- 33% स्टाफ के साथ प्राइवेट दफ्तर खुलेंगे
फार्मा कम्पनीज और अन्य जरूरी सामान बनाने वाली सारी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स खुली रहेंगी।
पैकेजिंग मैटेरियल की यूनिट्स खुली रहेंगी।
फ्लिपकार्ट-अमेजन जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां गैर जरूरी सामान की डिलीवरी कर सकेंगी।
- फाइनेंसियल सेक्टर्स और एग्रीकल्चर सेक्टर से जुड़ी सभी कंपनियां खुली रहेंगी।
- शराब की दुकानें खुली रहेंगी
- स्कूल और कॉलेज सहित जितने भी शिक्षा से संबंधित संस्थान बंद रहेंगे।
- इस दौरान ट्रांसपोर्ट बंद रहेगा और दिल्ली के अंदर भी परिवहन सेवा बंद रहेगी।
सरकारी-प्राइवेट ऑफिस खुलेंगे
दिल्ली के सीएम ने कहा, कल से सभी सरकारी दफ्तर खुलने जा रहे हैं, जो सरकारी दफ्तर आवश्यक सेवाओं से संबंधित हैं, उसमें 100% अटेंडेंस होगी। कल से दिल्ली के सारे प्राइवेट ऑफिस खुलेंगे पर ये सिर्फ 33% स्टाफ के साथ काम करेंगे। इसके अलावा जो सरकारी दफ्तर आवश्यक सेवाओं से संबंधित नहीं हैं, वहां डिप्टी सचिव स्तर तक 100 स्टाफ आएगा। इससे नीचे स्तर पर सिर्फ 33% स्टाफ रहेगा।
शादी में 50 लोग हो सकेंगे शामिल
उन्होंने कहा, दिल्ली में लोग शादी जैसे कार्यक्रम भी कर सकेंगे। हालांकि, इसमें सिर्फ 50 लोगों को अनुमति मिलेगी। वहीं, अंतिम संस्कार में 20 लोग शामिल हो सकेंगे। हालांकि, इस दौरान लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा।
राजस्व घटकर 300 करोड़ तक पहुंचा
केजरीवाल ने कहा, अर्थव्यवस्था संकट में है, इसलिए हम ज्यादा दिन तक लॉकडाउन नहीं रख सकते। पिछले साल अप्रैल में 3500 करोड़ रुपए का रेवेन्यू आया था, इस साल अप्रैल में यह घटकर 300 करोड़ रह गया है।