
कोयंबटूर। तमिलनाडु के कोयंबटूर में रविवार देर रात एक ऐसा अपराध हुआ जिसने पूरे शहर को हिला दिया। एयरपोर्ट के पास एक प्राइवेट कॉलेज की MBA छात्रा का तीन लोगों ने किडनैप कर गैंगरेप कर डाला, जबकि उसका बॉयफ्रेंड बुरी तरह घायल हो गया। पुलिस के मुताबिक, घटना रात करीब 11 बजे की है जब छात्रा अपने बॉयफ्रेंड के साथ कार में बैठी थी। तभी तीन युवकों का गिरोह चोरी की टू-व्हीलर पर वहां पहुंचा और दोनों पर हमला कर दिया।
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने पहले छात्रा के बॉयफ्रेंड को मारा-पीटा और उसे वहीं छोड़ दिया। फिर उन्होंने युवती को जबरदस्ती बाइक पर बैठाया और वहां से भाग गए। वे उसे एयरपोर्ट से करीब एक किलोमीटर दूर, एक प्राइवेट कॉलेज के पीछे एक सुनसान जगह पर ले गए। वहीं पर तीनों ने बारी-बारी से उसके साथ रेप किया और उसे बिना कपड़ों के वहीं फेंककर भाग निकले। घटना के बाद इलाके में सन्नाटा छा गया, क्योंकि उस वक्त आसपास कोई मौजूद नहीं था।
घायल युवक किसी तरह पुलिस को कॉल करने में सफल हुआ। तुरंत सर्च टीमें रवाना की गईं और रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा। सुबह करीब 4 बजे छात्रा एक प्राइवेट कॉलेज के पीछे बेहोश हालत में मिली। उसे तुरंत सिट्रा इलाके के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, छात्रा की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन मानसिक रूप से बेहद आघात में है।
पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपियों ने घटना से पहले कोविलपालयम इलाके से एक टू-व्हीलर चोरी की थी। इस आधार पर पुलिस ने सात विशेष टीमें बनाई हैं जो आसपास के CCTV फुटेज खंगाल रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि कुछ संदिग्ध लोगों की पहचान की जा चुकी है और जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है।
इस घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। एयरपोर्ट जैसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में इस तरह की वारदात होना पुलिस व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न उठाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रात के समय पुलिस गश्त बेहद कम है और सुनसान इलाकों में रोशनी की भी कमी रहती है।
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच तेज़ी से की जा रही है। अपराधियों को जल्द पकड़ने का दावा किया गया है। साथ ही, पीड़िता को मनोवैज्ञानिक सहायता और सुरक्षा दी जा रही है।
लोगों में गुस्सा है और सोशल मीडिया पर #JusticeForCoimbatoreStudent ट्रेंड कर रहा है। सवाल उठ रहा है कि आखिर कब तक महिलाएं इस तरह की दरिंदगी का शिकार बनती रहेंगी और कानून का डर अपराधियों पर क्यों नहीं दिखता?