दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर छिड़ी रार: अजय माकन बोले-केजरीवाल में सेवा की भावना नहीं, वह अपनी अक्षमताओं को छिपा रहे

दिल्ली को पूरे अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं। कोई कारण ज़रूर होगा। कारण यह है कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी का प्रतिनिधित्व करती है और पूरे देश की है।

Dheerendra Gopal | Published : May 25, 2023 10:17 AM IST / Updated: May 25 2023, 08:51 PM IST

Delhi full statehood issue: आम आदमी पार्टी लगातार केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है कि दिल्ली की विकास में बाधा पहुंचाने के लिए केद्र सरकार ने राज्य सरकार को अधिकार नहीं दिए हैं और इसे पूर्ण राज्य का दर्जा भी नहीं दिया जा रहा है। आप नेताओं पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपनी अक्षमता को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिलने का आरोप मढ़कर छिपा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कांग्रेस और बीजेपी के तमाम मुख्यमंत्री रहे हैं, सशक्त नहीं होने के बावजूद उन लोगों ने दिल्ली राज्य में काम किया और बेहतर तरीके से प्रशासन को चलाया। लेकिन अरविंद केजरीवाल में यह विशेषता गायब हैं। वह केवल अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाना चाह रहे हैं।

 

 

Ajay Maken ने आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लिया...

अजय माकन ने आम आदमी पार्टी को घेरते हुए कहा कि पूरी तरह से सशक्त न होने के बावजूद, पूर्व के सभी मुख्यमंत्रियों ने सेवा करने के अपने इरादे के कारण उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। लेकिन दुर्भाग्य से अरविंद केजरीवाल में यह विशेषता गायब है। उनका एकमात्र लक्ष्य अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाना और अधिक शक्ति को मजबूत करना प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल विशेष शक्तियां व अद्वितीय विशेषाधिकार प्राप्त करना चाहते हैं। माकन ने कहा कि वह कभी नहीं कहें है कि शीला दीक्षित ने पूर्ण राज्य का दर्जा या अधिकार नहीं मांगा लेकिन उनके पास कोई विशेष शक्ति नहीं होने के बाद भी लोगों के लिए काम किया।

सभी मुख्यमंत्रियों ने की है दिल्ली राज्य को अधिक शक्तियों की वकालत

अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि शीला दीक्षित ने 2002 में अधिक शक्तियों की वकालत की थी। जबकि खुराना जी, भगत, ब्रह्म प्रकाश अन्य लोगों ने भी अतीत में इसी तरह की मांग की थी। इसके बावजूद 1947 में अंबेडकर जी से, पटेल, नेहरू, शास्त्री, नरसिम्हा राव, वाजपेयी के माध्यम से, 2014 तक मनमोहन सिंह तक, किसी ने भी वह नहीं दिया जो आप वर्तमान में मोदी से मांग रहे हैं या दिल्ली के अन्य नेताओं ने क्या मांगा है।

दिल्ली को अधिकार नहीं दिए जाने के कई कारण...

अजय माकन ने कहा कि दिल्ली को पूरे अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं, इसका कोई कारण ज़रूर होगा। कारण यह है कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी का प्रतिनिधित्व करती है। दिल्ली, पूरे देश की है। इसलिए सहकारी संघवाद का सिद्धांत यहां लागू नहीं होता। जैसे, संविधान दिल्ली को केवल दिल्ली के रूप में नहीं, बल्कि 'राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली' के रूप में संदर्भित करता है। यदि आप के अनुयायी 'राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र' के सार को समझते हैं, तो उन्हें सम्मानपूर्वक अपनी मांगों को वापस लेना चाहिए। माकन ने कहा कि अक्षमता को छिपाने और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए अधिक अधिकार मांगने के बजाय उस शहर को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करें जिसके लिए आपको जनादेश दिया गया है।

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