'पीएम ने बर्तन धोए, चाय बेची'....जानिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ में क्या क्या बोले- गुलाम नबी आजाद

जहां एक ओर 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं, इनसे पहले कांग्रेस के सामने नई मुसीबत आ गई है। यह मुसीबत और कोई नहीं बल्कि कांग्रेस के जी-23 नेता पैदा कर रहे हैं। दरअसल, जी-23 नेताओं में से एक गुलाम नबी आजाद ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सच्चाई की तारीफ की। इससे पहले शनिवार को जी-23 नेताओं ने जम्मू में राहुल गांधी के खिलाफ ही मोर्चा खोला था। 
 

Asianet News Hindi | Published : Feb 28, 2021 10:08 AM IST

नई दिल्ली. जहां एक ओर 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं, इनसे पहले कांग्रेस के सामने नई मुसीबत आ गई है। यह मुसीबत और कोई नहीं बल्कि कांग्रेस के जी-23 नेता पैदा कर रहे हैं। दरअसल, जी-23 नेताओं में से एक गुलाम नबी आजाद ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सच्चाई की तारीफ की। इससे पहले शनिवार को जी-23 नेताओं ने जम्मू में राहुल गांधी के खिलाफ ही मोर्चा खोला था। 

गुलाम नबी आजाद ने रविवार को पीएम मोदी और उनकी सच्चाई की तारीफ की। गुलाम नबी आजाद ने कहा, मुझे बहुत सारे नेताओं की सच्ची बातें अच्छी लगती हैं। मैं गांव का हूं। हमारे पीएम कहते हैं कि वे गांव से हैं। वे सियासी तौर पर हमारे विरोधी हैं। लेकिन ये अच्छी बात है कि वे अपनी असलियत नहीं भूले। उन्होंने कहा, हमें गर्व से अपने पुराने समय को याद करना चाहिए।

पीएम मोदी ने की थी गुलाम नबी आजाद की तारीफ
बजट सत्र में पीएम मोदी राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद को विदाई देते वक्त भावुक हो गए थे। दरअसल, पीएम मोदी गुलाम नबी आजाद से जुड़ी एक घटना का जिक्र कर रहे थे, तभी वे इतने भावुक थे, कि उनकी आंखों से आंसू आने लगे। इसके बाद वे फफक फफक कर रोने लगे। इस दौरान उन्होंने कई बार पानी भी पिया। इसके बाद इसी घटना का जिक्र कर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी भावुक हो गए थे।

जी-23 ने साधा था निशाना
इससे पहले शनिवार को जम्मू में शांति सम्मेलन के नाम पर कांग्रेस के जी-23 नेताओं ने शक्ति प्रदर्शन किया था। इसमें गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, राज बब्बर जैसे नेता शामिल हुए थे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने पार्टी को नसीहत तक दे डाली थी। 
 
क्या है जी-23?
जी-23 कांग्रेस के बागी नेताओं का गुट है। इसमें गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, राज बब्बर जैसे नेता शामिल हैं। इन नेताओं ने पिछले साल अगस्त में चिट्ठी लिख, कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी। वहीं, राहुल गांधी ने बैठक में ही नेताओं पर नाराजगी दिखाई थी। 

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