कांग्रेस के पूर्व महासचिव अजय माकन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य का दर्जा खत्म किए जाने का मोदी सरकार का समर्थन किया था।
AAP Vs Congress: दिल्ली राज्य की नौकरशाही पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटा रहे आप संयोजक अरविंद केजरीवाल अपने ही बयानों को लेकर उलझते दिख रहे हैं। विपक्ष की मीटिंग का बॉयकाट करने की चेतावनी और कांग्रेस से स्थिति स्पष्ट करने के लिए दबाव बनाने पर कांग्रेसी नेताओं ने पलटवार किया है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल को बीजेपी से मिला होने का आरोप लगाया है। जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य का दर्जा 2019 में खत्म किए जाने पर मोदी सरकार का समर्थन करने वाला ट्वीट जारी कर अजय माकन ने केजरीवाल को घेरा है।
अजय माकन ने केजरीवाल को क्या कहा?
कांग्रेस के पूर्व महासचिव अजय माकन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य का दर्जा खत्म किए जाने का मोदी सरकार का समर्थन किया था। एक सांसद वाली आप के नेता, कांग्रेस पर अनावश्यक दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। 2019 को अरविंद केजरीवाल बयान से साफ है कि कौन बीजेपी से मिला हुआ है, अब भी क्या कोई शक है? AAP पार्टी के 542 में से केवल 1 लोक सभा सदस्य है। वो कांग्रेस से समर्थन भी चाहते हैं और केजरीवाल जी उसके नेताओं को भला बुरा भी कह रहे थे? क्या यह तरीक़ा समर्थन मांगने का है? उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी जेल जाने से बचने के लिए यह सब कर रहें है, देश की जनता सब जान चुकी है। परन्तु जब भ्रष्टाचार करा है तो सजा तो काटनी ही पड़ेगी। यही विधि का विधान है।
क्या है अरविंद केजरीवाल का 5 अगस्त 2019 का ट्वीट
केंद्र की बीजेपी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले 370 को खत्म कर दिया था। संसद में प्रस्ताव पारित करते हुए जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया। इस फैसले का तमाम राजनीतिक दलों ने समर्थन किया। बीजेपी विरोधी आम आदमी पार्टी ने भी खुले तौर पर केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन किया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उस समय ट्वीट कर कहा था कि वह केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं और आशा करते हैं कि सरकार का यह कदम जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास को कायम करने में सफल होगा।
क्या है केजरीवाल के कांग्रेस को चेतावनी देने का मामला?
अरविंद केजरीवाल दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र के लाए गए अध्यादेश को रोकने के लिए सभी विपक्षी दलों का समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं कहा है। कांग्रेस का दिल्ली व पंजाब कैडर यह चाहता है कि आप के समर्थन में पार्टी न जाए लेकिन अभी तक शीर्ष नेतृत्व ने कोई फैसला नहीं सुनाया है। उधर, अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को विपक्षी दलों की पटना में होने वाली मीटिंग के पहले यह चेतावनी दे दी थी कि कांग्रेस या तो समर्थन करे या वह संयुक्त विपक्ष में नहीं रहेंगे। शुक्रवार को भी मीटिंग के दौरान केजरीवाल, कांग्रेस से स्थिति स्पष्ट करने का दबाव बनाते रहे। उन्होंने अगली मीटिंग के बॉयकाट की भी चेतावनी दी है।
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