मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय मांग फंसे राहुल, गिरिराज-स्मृति का इटालियन भाषा में जवाब- 2019 में ही बन गया

कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को पुडुचेरी पहुंचे। मकसद विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ जनमत तैयार करना है। राहुल ने अपनी इस यात्रा के दौरान मछुआरों से भी मुलाकात की। लेकिन उन्हें ये नहीं पता था कि वे इस दौरान मछुआरों से जो वादा करेंगे, उसके चलते वे भाजपा के निशाने पर आ जाएंगे। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 17, 2021 10:17 AM IST / Updated: Feb 26 2021, 10:58 AM IST

मुथियालपेट, पुडुचेरी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को पुडुचेरी पहुंचे। मकसद विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ जनमत तैयार करना है। राहुल ने अपनी इस यात्रा के दौरान मछुआरों से भी मुलाकात की। लेकिन उन्हें ये नहीं पता था कि वे इस दौरान मछुआरों से जो वादा करेंगे, उसके चलते वे भाजपा के निशाने पर आ जाएंगे। 

दरअसल, राहुल गांधी ने मछुआरों से मुलाकात के वक्त कहा, केंद्र सरकार ने उन किसानों के खिलाफ तीन कृषि कानून पारित कर दिए, जो इस देश की रीढ़ हैं। लेकिन आपको ये लग रहा होगा कि आप लोग सोच रहे होंगे कि मछुआरों की बैठक में मैं किसानों की बात क्यों कर रहा हूं। असल में मैं आप लोगों को समुद्र का किसान मानता हूं। अगर किसानों के लिए दिल्ली में अलग से मंत्रालय हो सकता है तो फिर समुद्र के किसानों के लिए क्यों नहीं?

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2019 में ही बन चुका मंत्रालय 
लेकिन शायद राहुल गांधी को ये अंदाजा नहीं था कि मत्स्य पालन संबंधी पहले ही मंत्रालय बन चुका है। मोदी सरकार ने 2019 में पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन मंत्रालय बनाया था। बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह इसके मंत्री हैं।

गिरिराज सिंह बोले- मोदी जी ने 2019 में ही मंत्रालय बना दिया


स्मृति ईरानी और गिरिराज सिंह ने इटली भाषा में ट्वीट कर साधा निशाना
गिरिराज सिंह ने इटालियन भाषा में ट्वीट करते हुए लिखा, ईटली में मत्स्य पालन का कोई अलग मंत्रालय नहीं है। वहां यह कृषि और वानिकी मंत्रालय के अंतर्गत आता है। वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इटालियन भाषा में ट्वीट करते हुए लिखा, वे केवल एक ही बात जानते हैं। झूठ, भय और गलत सूचना फैलाना।

 

अनुराग ठाकुर ने भी साधा निशाना
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी राहुल के इस बयान को लेकर उनपर निशाना साधा है। अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया...

 

 


राहुल के दौरे से पहले पुडुचेरी में गहराया राजनीतिक संकट
राहुल गांधी के दौरे से पहले ही कांग्रेस की गठबंधन सरकार पर संकट मंडरा गया। कांग्रेस विधायक ए जॉन कुमार के इस्तीफे के बाद सरकार संकट में आ गई है। बता दें कि यहां 30 सीटों के लिए चुनाव होना है। 3 सदस्य मनोनीत होते हैं। इससे पहले डीएमके और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर कांग्रेस के पास 19 विधायकों का समर्थन था। लेकिन 4 विधायकों इस्तीफे और एक के निष्कासन के  बाद अब कांग्रेस गठबंधन के पास सिर्फ 14 विधायक बचे हैं। जबकि सरकार बनाने 15 विधायक चाहिए। ऐसे में अगर फ्लोर टेस्ट फेल हो गया, तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। इससे पहले किरण बेदी को यहां के उपराज्यपाल पद से हटा दिया गया।

चुनाव से पहले दौरा...
राहुल गांधी पुडुचेरी में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले यहां के दौरे पर हैं। राहुल गांधी ने मुथियालपेट में मछुआरों के साथ संवाद किया। लेकिन यहां भी राहुल गांधी सिर्फ एक ही बात दुहराते रहे कि कृषि कानूनों से सबको नुकसान हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मछुआरों के लिए अलग से मंत्रालय होना चाहिए, ताकि उनकी आवाज सीधे सरकार तक पहुंचे। राहुल गांधी ने मछुआरों के लिए पेंशन, इंश्योरेंस जैसी सुविधाओं की वकालत भी की। राहुल गांधी ने मछुआरों को समंदर वाला किसान बताया। उन्होंने कहा कि समंदर की ताकत मछुआरों के पास रहे न कि एक-दो लोगों के पास।

 

 

 

 

 

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