
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार के राहत पैकेज पर कमेंट किया है। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ऐलान के बाद ट्वीट कर कहा, श्रीमती निर्मला सीतारमन के आर्थिक पैकेज के दूसरे दिन की घोषणाओं का अर्थ- खोदा पहाड़, निकला जुमला। वित्त मंत्री ने आज राहत पैकेज के दूसरे चरण का लेखा जोखा पेश किया, जिसमें 9 ऐलान किए। उन्होंने मजदूरों, छोटे किसानों, प्रवासी मजदूरों, शहरी गरीबों समेत कई क्षेत्रों के लिए मदद की घोषणा की।
योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
योगी आदित्यनाथ ने कहा, रोजाना कमाई करने वाले वर्ग पर कोरोना की सबसे ज्यादा मार पड़ी। उन्हें हमने पहले ही मुफ्त राशन और भरण पोषण भत्ता दिया था। मैं आभारी हूं कि इन सबको पैकेज की मदद से आसान किश्तों में10000 रुपए तक का लोन देने की व्यवस्था की गई। देश के लगभग 4 करोड़ लोगों को इससे लाभ मिलेगा।
शिवराज सिंह चौहान ने क्या कहा?
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, गरीबों के लिए खजाना सरकार ने खोला है। प्रधानमंत्री बहुत संवेदनशील नेता हैं। अनेकों योजनाएं गरीबों के लिए पहले ही बनाई गई थी। कोरोना संकट के इस काल में प्रवासी मजदूरों को कोई परेशानी न हो इसके लिए वन नेशन वन राशन कार्ड एक क्रांतिकारी योजना है। रेहड़ी पटरी वाले उनकी जिंदगी बदलने के लिए 5000 करोड़ की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना में किफायती किराए पर मकान देने की योजना चालू की गई है। सरकार ने जो सौगात दी है गरीबों को उससे उनकी जिंदगी बहुत आसान होगी।
प्रवासी मजदूरों को तुरन्त राहत देने वाली घोषणाएं
वित्त मंत्री ने कहा, प्रवासी मजदूर और शहरी गरीबों को राहत पहुंचाने के लिए आपदा राहत फंड के माध्यम से 11000 करोड़ से अधिक की राशि राज्यों को उपलब्ध करवायी गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रवासी मजदूरों के लिए घोषणा की कि जो मजदूर बेघर हैं उनके लिए शेल्टर होम की व्यवस्था की जाएगी। सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए 2 महीने तक फ्री में राशन की व्यवस्था की है। वित्त मंत्री ने घोषणा की कि प्रवासी मजदूरों के लिए प्रति व्यक्ति 5-5 किलो गेहूं या चावल और एक किलो चना प्रति परिवार दिया जाएगा। पीएम आवास योजना के तहत रेंटल हाउसिंग स्कीम का ऐलान किया। वित्त मंत्री ने कहा कि फैक्ट्री या वर्क प्लेस के पास ही मकान बनवाएं जाएंगे, जहां फैक्ट्री में काम करने वाला मजदूर कम किराया देकर रह सकता है। इस योजना में उद्योगपति भी मदद कर सकते हैं।
किसानों के लिए क्या राहत दी गई
वित्त मंत्री ने कहा- सरकार लॉकडाउन में भी लगातार काम कर रही है। अब तक 25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड दिए गए हैं, 3 करोड़ किसानों तक मदद पहुंचाई गई है। कोरोना के समय में 63 लाख लोन कृषि क्षेत्र के लिए मंजूर किए गए, यह राशि 86,600 करोड़ रुपये है। इसके अलावा पैकेज के तहत छोटे किसानों को बड़ी राहत दी गई है। उन्हें दिए जाने वाले कर्ज पर ब्याज में छूट की स्कीम 31 मई तक बढ़ा दी गई है।
रेहड़ी लगाने वालों के लिए 50 हजार करोड़ रुपए
सड़क के किनारे स्टॉल या रेहड़ी लगाने वालों के लिए सरकार ने 50 हजार करोड़ रुपए जारी किए हैं। इससे करीब 50 लाख रेहड़ी लगाने वालों को फायदा होगा। इन्हें 1 महीने के भीतर 10 हजार रुपए का लोन दिया जाएगा। इन दुकानदारों को डिजिटल पेमेंट करना होगा। इससे इन्हें रिवार्ड भी मिलेगा।