
BJP vs Congress: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोषों की मौत के बाद सियासत गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने केंद्र सरकार पर यह आरोप लगाया कि उसे पहले ही खुफिया जानकारी (Intelligence Input) मिल गई थी इसके बावजूद हमला नहीं रोका गया। उनके इस बयान को बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि इनपुट मिलने का कोई सबूत नहीं। हर आतंकी हमले में कहीं न कहीं सिक्योरिटी लैप्स होता है।
बीजेपी प्रवक्ता तुहिन सिन्हा (Tuhin Sinha) ने कहा कि कांग्रेस के पास इस तरह के किसी दावे का कोई ठोस प्रमाण नहीं है। वहीं, झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने कहा कि पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जब निर्णायक स्तर पर है तो कांग्रेस पीएम मोदी और सरकार पर आरोप लगा रही है।
रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि एक ओर खड़गे जी मीटिंग में देश के साथ खड़े होने का दावा करते हैं तो दूसरी ओर वह प्रधानमंत्री पर सवाल उठाकर देश को कमजोर करते हैं। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री की उनकी आलोचना दुर्भाग्यपूर्ण है।
रांची में एक रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि पिछली ऑल पार्टी मीटिंग में सरकार ने खुद माना कि सुरक्षा में चूक हुई थी। अगर उन्होंने यह गलती मानी तो हमले में मारे गए लोगों की जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए। खड़गे का दावा था कि सरकार को तीन दिन पहले ही बईसारन घाटी (Baisaran Valley) में आतंकी हमले की जानकारी थी लेकिन उचित कार्रवाई नहीं हुई।
खड़गे ने यह भी कहा कि पीएम मोदी की कश्मीर यात्रा रद्द हो गई थी लेकिन उन्होंने उस इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जहां पर्यटक बड़ी संख्या में मौजूद थे। हालांकि, बीजेपी ने इस दावे को कयासबाजी करार दिया।
तुहिन सिन्हा ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री की यात्रा सुरक्षा कारणों से रद्द हुई थी, इस बात की कोई पुष्टि नहीं है। सरकार ने ऑल पार्टी मीटिंग में पहले ही माना कि खुफिया इनपुट की चूक हुई थी। ऐसा हर देश में हो सकता है, चाहे अमेरिका में 9/11 हो या इजरायल में अक्तूबर 2023 का हमला। हमारी एजेंसियों को हर बार सफल होना होता है, आतंकियों को सिर्फ एक बार। उन्होंने कहा कि खड़गे को परिपक्वता दिखानी चाहिए थी। जिस मुद्दे पर पहले ही चर्चा हो चुकी है, उसे दोबारा उछालना सिर्फ सस्ती राजनीति है।