कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक शुक्रवार को हुई, जिसमें ऐलान किया गया कि 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद 15 मई से 30 मई के बीच पार्टी अपने अध्यक्ष का चुनाव करेगी। इस साल मई से पहले तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और असम में चुनाव होना है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई।
नई दिल्ली. कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक शुक्रवार को हुई, जिसमें ऐलान किया गया कि 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद 15 मई से 30 मई के बीच पार्टी अपने अध्यक्ष का चुनाव करेगी। इस साल मई से पहले तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी और असम में चुनाव होना है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के अलावा संगठन में अन्य पदों पर भी चुनाव करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई।
सोनिया ने मोदी सरकार को बताया अहंकारी
सोनिया गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में किसान विरोध प्रदर्शनों पर सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने सरकार को असंवेदनशील और अहंकारी बताया।
पार्टी का एक गुट अभी चाहता है चुनाव
कांग्रेस की बैठक में यह साफ हो गया है कि अभी भी पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दरअसल, बैठक में दो गुटों के बीच बहस हुई। इसके बाद राहुल गांधी को दखल देनी पड़ी।
बैठक में शामिल गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक और पी चिदंबरम ने कांग्रेस में तुरंत संगठन चुनाव कराने की मांग की। वहीं, अशोक गहलोत, अमरिंदर सिंह, एके एंटनी, तारिक अनवर और ओमान चांडी ने इस पर आपत्ति जताई।
जिन 4 राज्यों में चुनाव, वहां सत्ता से बाहर कांग्रेस
चार राज्य तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और असम और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव हैं। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कुछ सदस्यों ने कहा कि पार्टी को फरवरी तक अपने आंतरिक चुनावों को पूरा कर लेना चाहिए, जिससे नई टीम को चुनावों की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। चारों राज्यों में कांग्रेस सत्ता से बाहर है। पुडुचेरी में सत्ता में है। पार्टी के पदाधिकारियों ने कहा कि विधानसभा चुनावों और संगठनात्मक चुनावों के बीच लंबा गैप जरूरी है ताकि विधानसभा अभियान को नुकसान न हो।
2019 में राहुल ने दिया था इस्तीफा
साल 2019 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद की कमान संभाली। लंबे समय से कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल गांधी को ही दोबारा अध्यक्ष चुना जाएगा। हालांकि कांग्रेस में गांधी परिवार से अलग दूसरे व्यक्ति को अध्यक्ष बनाने की भी मांग उठ चुकी है।