देश में कोरोना के 17,265 मामले सामने आ चुके हैं। 2546 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया, कल से 1553 नए मामले आए हैं। पिछले 24 घंटे में 36 मौत भी दर्ज की गई हैं।
नई दिल्ली. देश में कोरोना के 17,265 मामले सामने आ चुके हैं। 2546 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया, कल से 1553 नए मामले आए हैं। पिछले 24 घंटे में 36 मौत भी दर्ज की गई हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला ने कहा, कुछ हॉटस्पॉट्स में कोरोना की स्थिति बिगड़ रही है या बिगड़ती जा रही है। इन प्रभावी जगहों की स्थिति का ऑन द स्पॉट आंकलन करने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत गृह मंत्रालय ने 6 इंटर मिनीस्टीरियल सेंट्रल टीमों का गठन किया है।
कोरोना के केस के दुगुना होने में कमी आई
लव अग्रवाल के मुताबिक, कोरोना संक्रमण के मामलों के दुगुना होने में अब औसतन साढ़े सात दिन लग रहे हैं जबकि लॉक डाउन से पहले लगभग साढ़े तीन दिन में संक्रमित मरीजों की संख्या दोगुनी हो जाती थी।
गोवा कोरोना मुक्त, 59 जिलों में 14 दिन से एक भी केस नहीं
पुडुचेरी में माहे, कर्नाटक में कोडागु और उत्तराखंड में पौड़ी गढ़वाल में पिछले 28 दिनों में कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है। 59 ऐसे जिले हैं, जहां से पिछले 14 दिनों में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। गोवा अब कोरोना मुक्त हो चुका है।
पत्रकार रखें विशेष ध्यान
लव अग्रवाल ने कहा, पत्रकार भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में जब आप (पत्रकार) ड्यूटी पर हो तो कृपया आवश्यक सावधानी बरतें। सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क पहनने के बाद ही फील्ड में उतरें। गृह मंत्रालय ने कहा, कुछ शहरों में कोरोना की स्थिति गंभीर है। जैसे मध्यप्रदेश का इंदौर, मुंबई और पुणे, जयपुर, कोलकाता, हावड़ा, मेदनीपुर पूर्व, 24 उत्तर परगना, दार्जीलिंग, कैलिम्पोंग और जलपाईगुड़ी में कोरोना का प्रभाव ज्यादा है।
केरल में लॉकडाउन पर केंद्र सख्त
गृह मंत्रालय ने केरल सरकार पर सख्त रुख अपनाया है। मंत्रालय ने कहा कि केरल सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान दी गई छूट आपदा अधिनियम 2005 के तहत जारी नियमों का उल्लंघन है। राज्य सरकार से अपील की गई है कि वे उन गतिविधियों की इजाजत न दें जिनकी मंजूरी गृह मंत्रालय नहीं दी गई है।
80% में लक्षण नहीं दिखते हैं
देश में कोरोना को लेकर एक परेशान वाली बात यह है कि अगर 100 लोगों को संक्रमण हुआ है तो 80 में लक्षण नहीं दिखते। अगर उनका कभी टेस्ट होता है तो वे पॉजिटिव आते हैं।