लोकसभा में गुरूवार को देश में कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति पर सुझाव रखते हुए सत्तारूढ़ राजग में सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सदस्य हनुमान बेनीवाल ने गांधी परिवार को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया
नई दिल्ली: लोकसभा में गुरूवार को देश में कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति पर सुझाव रखते हुए सत्तारूढ़ राजग में सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सदस्य हनुमान बेनीवाल ने गांधी परिवार को लेकर एक विवादास्पद बयान दे दिया, जिस पर कांग्रेस सदस्यों के भारी हंगामे के कारण सदन की बैठक दोपहर करीब एक बजे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
सदन में आज स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने देश में कोरोना वायरस से जुड़े हालात और उससे निपटने की तैयारियों पर वक्तव्य दिया जिसके बाद विभिन्न दलों के सदस्यों ने इस विषय पर अपने सुझाव रखे। इसी दौरान राजस्थान से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के हनुमान बेनीवाल ने कहा कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित अधिकतर मरीज इटली से लौटे हैं।
गांधी परिवार को लेकर दिया विवादास्पद बयान
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी अभी पार्टी नेता राहुल गांधी का नाम लिया था। इसके बाद बेनीवाल ने ‘इटली और कोरोना वायरस’ को जोड़ते हुए गांधी परिवार को लेकर एक ‘विवादास्पद बयान’ दिया जिस पर कांग्रेस के सदस्य उग्र होते हुए आसन के समीप आ गये और बेनीवाल की बात का विरोध करने लगे।
कुछ कांग्रेस सांसदों ने कागज और प्लेकार्ड फाड़कर भी उछाले जिनके टुकड़े आसन के पास आकर गिरे। भारी हंगामे के कारण पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने सदन की बैठक करीब एक बजे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। हालांकि इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के बयान और अन्य नेताओं के सुझावों के दौरान सदन में शांति थी।
शोर-शराबे के कारण सदन में प्रश्नकाल नहीं चल सका
इससे पहले अधीर रंजन चौधरी ने कोरोना वायरस पर सुझाव देते हुए कहा था, ‘‘हमारे नेता राहुल गांधी ने भी इस संबंध में सरकार को चेताया था।’’ इससे पहले दिल्ली हिंसा पर जल्द ही चर्चा कराने की मांग को लेकर कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों के भारी शोर-शराबे के कारण सदन में प्रश्नकाल नहीं चल सका।
बृहस्पतिवार सुबह कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस और द्रमुक के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। वहीं तृणमूल कांग्रेस, सपा, राकांपा एवं अन्य विपक्षी सदस्य अपने स्थानों से ही यह मांग दोहरा रहे थे। इस दौरान पीठासीन सभापति बी महताब ने शोर-शराबा कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह करते हुए प्रश्नकाल की कार्यवाही आगे बढ़ाने का निर्देश दिया। हालांकि, विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा।
सदन के बाधित होने से लोकसभा अध्यक्ष दुखी
पीठासीन सभापति ने कहा, ‘‘पिछले तीन दिनों से जिस प्रकार से सदन में कामकाज को बाधित किया जा रहा है, उससे लोकसभा अध्यक्ष (ओम बिरला) दुखी हैं, पूरा देश दुखी है।’’ महताब ने कहा कि दिल्ली दंगे का मुद्दा है, कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति का मुद्दा है, इस पर चर्चा हो। लेकिन जिस प्रकार से सदन को बाधित किया जा रहा है, उससे किसी का फायदा नहीं होने वाला है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि तीन चौथाई सदस्य चाहते हैं कि सदन सुचारू रूप से चले और कुछ सदस्य कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि समाज को बांटने वाली पार्टी कांग्रेस है। सरकार होली के बाद 11 मार्च को सदन में चर्चा को तैयार है। हालांकि, कांग्रेस सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा।
दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर हंगामा
इस बीच, महताब ने शोर-शराबा करने वाले सदस्यों से अपने स्थान पर जाने तथा कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। उन्होंने इस दौरान कुछ प्रश्न भी लिये। इस दौरान विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा और कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने काले बैनर को अध्यक्ष के आसन के सामने कर दिया। हंगामे के बीच महताब ने कार्यवाही 11:15 बजे दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरूआत से ही कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल सदन में दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)