मध्य प्रदेश: कोरोना से पहली मौत उज्जैन में, 65 साल की महिला ने तोड़ा दम, कुल 15 संक्रमित

मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 15 हो गई है। उज्जैन में कोरोना की वजह से 65 साल की महिला ने दम तोड़ दिया। यह प्रदेश में मौत का पहला मामला है।आज इंदौर में 4 और उज्जैन में 2 नए संक्रमित पाए गए हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 25, 2020 8:18 AM IST / Updated: Mar 25 2020, 09:29 PM IST

भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या अब 15 हो गई है। वहीं उज्जैन में कोरोना से 65 साल की एक महिला ने दम तोड़ दिया। ताजा आंकड़ों की बात करें तो बुधवार को 5 और पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक चारों मरीज इंदौर और उज्जैन में  मिले हैं। वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ की प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुआ एक पत्रकार भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इससे पहले इंदौर में पॉजिटिव मिले 4 मरीजों में 2 दोस्त हैं, जो पिछले दिनों वैष्णा देवी के दर्शन कर लौटे हैं। इन्हें शहर के बॉम्बे अस्पताल, अरिहंत अस्पताल और एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, उज्जैन में 4 दिन से हॉस्पिटल में एडमिट संदिग्ध महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पहले जबलपुर में 6, भोपाल, ग्वालियर और शिवपुरी में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं।

कमलनाथ की प्रेस कांफ्रेंस में गया था पत्रकार, मिला पॉजिटिव 

भोपाल में कोरोना का दूसरा पॉजिटिव केस सामने आया है। भोपाल में एक लड़की कोरोना से संक्रमित पाई गई है। पॉजिटिव पाई लड़की के पिता भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। लड़की के पिता पेशे से पत्रकार हैं जो पिछले दिनों यानी 21 मार्च को पूर्व सीएम कमलनाथ की प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थे। उस दौरान कमलनाथ ने सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। इनके संपर्क में जितने भी लोग आए हैं उन्हें होम क्वॉरेंटाइन होने की अपील की है। 

65 वर्षीय महिला आई चपेट में 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि कोरोना वायरस की चपेट में आए मरीजों में शामिल 65 वर्षीय महिला उज्जैन जिले की रहने वाली है। जबकि 4 अन्य मरीज इंदौर के ही अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। चारों संक्रमित मरीजों में एक 50 वर्षीय महिला, 48 वर्षीय पुरुष, 68 वर्षीय पुरुष और 65 वर्षीय पुरुष शामिल है। बताया जा रहा कि संक्रमित पाए गए ये 5 मरीज किसी भी देश की यात्रा से नहीं लौटे हैं। 

इंदौर सोमवार से लॉकडाउन है 

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सोमवार से ही इंदौर को लॉकडाउन किया गया है। कलेक्टर ने कहा- लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। जिलेभर में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

222 लोगों किया गया होम क्वारैंटाइन

स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को 21 सैंपल जांच के लिए भेजे थे। इनमें से इंदौर से 13 और आसपास के जिलों के 8 सैंपल हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में इनकी जांच की गई। हालांकि संक्रमण के खतरे को देखते हुए इंदौर में 222 लोग को होम क्वारैंटाइन किया गया है। इनमें से 14 की रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं, 162 लोग ठीक हो गए है। 

हमीदिया हॉस्पिटल के 600 बेड रिजर्व 

प्रदेश में तेजी से पांव पसार रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सीएम शिवराज सिंह ने सत्ता संभालने के तत्काल बाद आला अधिकारियों के साथ बैठक निर्देश दिए हैं कि जहां से विदेशी मेहमान लौटे हैं, ऐसे सभी राष्ट्रीय उद्यानों, पर्यटन क्षेत्रों की सघन जांच की जाए। निजी अस्पतालों में उपलब्ध मेडिकल अमले का भी उपयोग करें। 

दूसरी ओर, प्रशासन ने भोपाल के हमीदिया अस्पताल को खाली कराने के आदेश दिए हैं। इसमें 600 बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व हैं। अन्य 200 बेड पर अभी मरीज हैं, जिन्हें दो दिन में कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके अलावा इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों को महामारी के इलाज का सेंटर बनाया जाएगा।

पांच विशेषज्ञों की तीन यूनिट, एक हफ्ते एक टीम करेगी ड्यूटी 

हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए तीन यूनिट बनाई गई हैं। प्रत्येक यूनिट में पल्मोनोलॉजिस्ट, मेडिसिन, पीडियाट्रिक, ईएनटी और एनीस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर ड्यूटी करेंगे। यूनिट में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर एक सप्ताह तक मरीजों का इलाज करेंगे। इन्हें एक सप्ताह की ड्यूटी खत्म होने के बाद 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा। इसकी वजह मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर्स, पैरामेडिकल, नर्सिंग स्टॉफ को मरीजों का इलाज करने के दौरान सबसे ज्यादा संक्रमण होने का खतरा होता है।

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