परिचित का कहना है कि दिल्ली के जनकपुरी में जिस परिवार में बुजुर्ग महिला की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई, वो परिवार इटली नहीं घूमकर आया है जैसा कि मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है। मरीज के परिचत यश अर्चित ने एक लंबी फेसबुक पोस्ट में मीडिया को जमकर लताड़ लगाते हुए परिवार के सदस्यों की मेडिकल रिपोर्टस और टिकिट्स शेयर किए हैं।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (कोविड 19) से संक्रमित दिल्ली के जनकपुरी में वृद्ध महिला की मौत वाले मामले में एक नया खुलासा सामने आया है। फेसबुक पर परिवार के एक परिचित ने पोस्ट लिखकर मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने के आरोप लगाए हैं।
परिचित का कहना है कि दिल्ली के जनकपुरी में जिस परिवार में बुजुर्ग महिला की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई, वो परिवार इटली नहीं घूमकर आया है जैसा कि मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है। मरीज के परिचत यश अर्चित ने एक लंबी फेसबुक पोस्ट में मीडिया को जमकर लताड़ लगाते हुए परिवार के सदस्यों की मेडिकल रिपोर्टस और टिकिट्स शेयर किए हैं।
रिपोर्ट्स में क्या दावा किया गया?
बीते दिनों से दिल्ली में कोरोना वायरस को लेकर खबरें सामने आई हैं। इसमें एक परिवार में बुजुर्ग महिला की वायरस के संक्रमण के कारण मौत हो गई। रिपोर्ट्स में कहा गया कि, महिला का बेटा जापान, जेनेवा और इटली से होकर आया था। बेटा-बहू इटली में हनीमून मनाकर लौटे थे वो संक्रमित होते हुए भी लगातार सफर करते रहे और लोगों को वायरस से प्रभावित किया।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि इटली से लौटे शख्स के संपर्क में आने की वजह से ही बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। वो बेंगलुरू से आगरा गए और फिर कोरोना के कारण यहां उनके अस्पताल से भागने की भी खबरें सामने आईं। यश ने फेसबुक पर इन सभी रिपोर्ट को खारिज किया। उसने बताया कि वो लोग भागे नहीं थे बल्कि होली के त्यौहार पर महिला अपने मायके गई थी। वहीं आगरा के अस्पताल में साफ-सफाई और सुविधाओं का अकाल देख वो लोग वहां भर्ती नहीं हुए थे।
क्या इटली गया था शख्स
यश अर्चित ने बताया कि जैसा कि मीडिया में खबरें छप रही हैं कि कोरोना से संक्रमित होकर परिवार इटली घूमकर लौटा है ये बात बिल्कुल भी सच नहीं है। मैं परिवार को करीब से जानता हूं वो कभी भी इटली नहीं गए हैं। उनकी हाल में शादी हुई है और यूरोप में हनीमून प्लान किया गया था। वो ग्रीक स्विजरलैंड और फ्रांस घूमकर आए हैं इटली नहीं। वो 23 फरवरी को गए थे और 6 मार्च को पेरिस से मुंबई लौटे। दोनों कपल में अब तक सिर्फ पति को ही कोरोना से संक्रमित पाया गया है, महिला की रिपोर्ट अभी पेंडिग है। हालांकि वह भी कोविड 19 निगरानी वार्ड में है।
अस्पताल से भागने की कहानी दूसरी है
खबरों में कहा गया कि हनीमून मनाने गए शख्स की पत्नी बेंगलुरू से फ्लाइट पकड़कर आगरा भाग गई थी। वहीं जब पता चला कि ये लोग कोरोना से संक्रमित हैं तो ये आगरा में एक अस्पताल से भाग गए। इन खबरों में कोई भी सच्चाई नहीं है महिला बेंगलुरू से आगरा अपने मायके होली मिलने के लिए गई थी। वहीं आगरा के अपस्ताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की खस्ता हालात देख उन्होंने वहां इलाज करवाना उचित नहीं समझा। वे 6 मार्च को मुंबई आए और 8 मार्च को होली मनाने महिला मायके आगरा गई।
एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के दौरान वो सुरक्षित पाए गए। हालांकि 9 मार्च को महिला के पति को बुखार हुआ और 12मार्च को डॉक्टर की एक रिपोर्ट में उसे कोरोना से संक्रमित बताया। परिवार ने पूरे सहयोग से शख्स को अस्पताल में भर्ती करवाया और सावधानी बरती। इसके बाद उन्हें ऐसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया जो बेहद गंदा और गंदगी से सड़ रहा था। ऐसे में परिवार ने अस्पताल और राज्य सरकार से स्वस्थ वार्ड की मांग की। तो पुलिस उन्हें घर से उठाकर ले गई। इसके बाद ये पूरा ड्रामा शुरू हुआ। हालांकि परिवार ने अस्पताल की गंदगी की तस्वीरें साझा की और दूसरे अस्पताल में भर्ती हो गए।
महिला की रिपोर्ट पेंडिंग
महिला को कोरोना है या नहीं उनकी लास्ट रिपोर्ट आगरा के सीएमओ द्वारा अभी जांच की जा रही है। महिला की हालत अभी स्थिर है। परिचित शख्स ने फेसबुक पर लिखा, मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि कृपया पूरी कहानी जाने बिना उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र पोस्ट / टिप्पणियां साझा न करें। वहीं उसने मीडिया से परिवार के खिलाफ भ्रामक जानकारी फैलाने के आरोप लगाते हुए माफीनामे की मांग की है।