केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने आरोप लगाया कि त्रिपुरा में सालों तक शासन करने के लिए माकपा(CPI-M) ने हिंदुओं और मुसलमानों को बांटा। राज्य में अगले साल फरवरी में चुनाव होने हैं।
अगरतला(Agartala). केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक(Union Minister Pratima Bhoumik) ने आरोप लगाया कि त्रिपुरा में सालों तक शासन करने के लिए माकपा(CPI-M) ने हिंदुओं और मुसलमानों को बांटा। सिपाहीजाला जिले के सोनमुरा में सोमवार(21 नवंबर) को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भौमिक ने कहा कि भाजपा दो समुदायों को विभाजित करने में विश्वास नहीं करती है, क्योंकि पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास' के मंत्र पर ध्यान केंद्रित करती है।
केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने कहा-"विपक्ष (CPI-M) हमेशा भाजपा को अल्पसंख्यक विरोधी के रूप में पेश करने की कोशिश करता आया है। उन्होंने वर्षों तक राज्य पर शासन करने के लिए हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन किया था। अब उन्हें करारा जवाब देने का समय आ गया है।" सोनमुरा की रहने वालीं भौमिक ने भी सीपीआई (एम) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इसने उपखंड के सामाजिक-आर्थिक विकास की अनदेखी की, जिसमें अल्पसंख्यक आबादी काफी अधिक है। उन्होंने लोगों से अपील की, "बीजेपी का समर्थन करें और सीमा उपखंड में अधिक विकास सुनिश्चित करें।"
बीजेपी ने 2018 के विधानसभा चुनावों में 60 सदस्यीय विधानसभा में 36 सीटें जीतकर 25 साल की सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली वाम मोर्चा सरकार को हरा दिया था। राज्य में अगले साल फरवरी में चुनाव होने हैं। केंद्रीय सामाजिक और अधिकारिता राज्य मंत्री( MoS for Social Justice and Empowerment) भौमिक ने यह दावा करते हुए कि भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने राज्य के विकास के लिए पर्याप्त काम किया है, कहा कि केंद्र ने हाल ही में त्रिपुरा के गोमती जिले में माताबाड़ी को बांग्लादेश में कोमिला से जोड़ने वाली एक अंतरराष्ट्रीय सड़क को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि सिपाहीजाला में मेलाघर और श्रीमंतपुर के रास्ते सड़क बनाई जाएगी। मंत्री ने कहा, "केंद्र ने पहले ही सड़क को मंजूरी दे दी है और काम जनवरी 2024 तक पूरा होने वाला है। यह श्रीमंतपुर लैंड कस्टम स्टेशन को एक प्रमुख प्रोत्साहन देगा।"
भौमिक ने यह भी घोषणा की कि दो दिवसीय इंडो-बांग्लादेश मुक्तिजुड़ा उत्सव 12 दिसंबर को सोनमुरा में शुरू होगा। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण पिछले दो वर्षों के दौरान कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सका। मंत्री ने कहा, "बांग्लादेश मुक्ति संग्राम का इतिहास सोनमुरा के बिना अधूरा रहेगा, क्योंकि इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हजारों लोगों ने सोनमुरा में शरण ली और युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी।" मंत्री ने कहा, "इस बार भारत-बांग्लादेश मुक्तिजुद्ध उत्सव(Indo-Bangla Muktijuddha Utsab) 12 और 13 दिसंबर को सोनमुरा में होगा। दोनों पक्षों के लोग ऐतिहासिक मुक्ति संग्राम का जश्न मनाएंगे।"
यह भी पढ़ें
BJP की इस नन्ही फैन की धारदार स्पीच सुनकर PM मोदी-अमित शाह भी हैरान, लेकिन कांग्रेस को अच्छा नहीं लगा
तिहाड़ में नाबालिग से रेप के आरोपी से मसाज करा रहे थे AAP मिनिस्टर सत्येंद्र जैन, BJP का चौंकाने वाला आरोप