जामिया हिंसा मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंची। क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव, एसीपी संदीप लांबा और अन्य अधिकारी कैंपस में पहुंचे।
नई दिल्ली. जामिया हिंसा मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंची। क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव, एसीपी संदीप लांबा और अन्य अधिकारी कैंपस में पहुंचे। 15 दिसंबर को जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं ने सीएए के विरोध में प्रदर्शन किया था। इसी दौरान दिल्ली पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। कई वीडियो सामने आए, जिसमें दिखा कि दिल्ली पुलिस ने हॉस्टल से खींच-खींचकर बच्चों को पीटा। इस दौरान कई छात्रों ने आंख में चोट लगने और हाथ-पैर टूटने के आरोप लगाए।
एक के बाद एक आए कई सीसीटीवी फुटेज
- जामिया में हिंसा के करीब 2 महीने बाद एक के बाद एक कई सीसीटीवी फुटेज सामने आए। पहला वीडियो 15 फरवरी को आया। यह 29 सेकंड का था। इसमें दिखा, कुछ छात्र लाइब्रेरी के अंदर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। उनमें से कुछ के मुंह पकड़े से ढंके हुए हैं। इतने में वहां पुलिस पहुचती है और वहां पढ़ रहे बच्चों को पीटना शुरू कर देती है। कुछ बच्चे छिपने के लिए कुर्सियों के नीचे छिपते हैं।
- पहले वीडियो के कुछ देर बाद दूसरा वीडियो भी वायरल होने लगता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरे वीडियो में दिखता है कि कुछ बच्चे दौड़ते भागते एक कमरे (लाइब्रेरी) में घुसते हैं। इनमें से कुछ के हाथों में पत्थर जैसा कुछ दिख रहा होता है। कुछ के मुंह पर कपड़ा बंधा है।
- तीसरा वीडियो 1.30 मिनट का है। इसमें 8 से 10 छात्र एक बालकनी से झांकते दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ से एक छात्र भागते हुए आता है। इसमें कुछ छात्र दिखते हैं, जिनके हाथ में कुछ दिख रहा है। हालांकि कुछ लोग इसे पत्थर कह रहे हैं।
- चौथा वीडियो सबसे ज्यादा चौंकाने वाला है। इसमें पहले तो कुछ छात्र एक कमरे में घुसते हैं। कुछ वहां पहले से मौजूद रहते हैं। अंदर घुसने के बाद वह वहां मौजूद बेंच और कुर्सियों से दरवाजा बंद करने लगते हैं। कुछ देर बाद यहां वर्दी में कुछ लोग हाथ में डंडे लिए आते हैं। वह सबको बाहर की ओर खदेड़ते हैं। कई लड़कियां हाथ जोड़े दरवाजे से बाहर निकलती दिख रही हैं। इतने में ही वहां मौजूद पुलिसवाले उनपर लाठियां भाजना शुरू कर देते हैं।