CAA के खिलाफ दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन, गृह मंत्रालय ने कहा, भारतीय नागरिक को वंशावली देने की जरूरत नहीं

जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शनकारियों का हुजूम इकठ्ठा हो गया है। जामा मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोग CAA के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस स्थितियों पर कड़ी नजर रखे हुए है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर तीन मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 20, 2019 8:36 AM IST / Updated: Feb 02 2022, 10:38 AM IST

नई दिल्ली. नागरिकता कानून के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन के बीच गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर लोगों को कानून के बारे में स्थिति स्पष्ट की है। जिसमें मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि किसी भारतीय को वंशावली देने की जरूरत नहीं। मंत्रालय ने कहा है कि किसी भी भारतीय को परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही मंत्रालय ने अफवाहों को खारिज किया है। 

प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने खदेड़ा

जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शनकारियों का हुजूम इकठ्ठा हो गया। पुलिस लागातार प्रदर्शनकारियों को वापस लौटने की समझाइश देती रही। लेकिन प्रदर्शन के दौरान लोग जंतर-मंतर की जिद्द पर अड़े थे। जिसके बाद देर शाम मस्जिद से ऐलान होने के प्रदर्शनकारी वापस लौटे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। जिसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा और वाटर कैनन का प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।

गाड़ी में लगाई आग

प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ना शुरू कर दिया। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने रोड किनारे खड़ी कार को आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने आग पर काबू पाया और प्रदर्शनकारियों को तितर बितर किया। 

चौकस थी सुरक्षा व्यवस्था 

प्रदर्शनकारियों के भीड़ को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी।साथ ही ड्रोन से स्थितियों पर लगातार ड्रोन से नजर रखी जा रही है।

सरकार ने भी स्पष्ट की स्थिति 

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि CAA को लेकर कई लोग कन्फ्यूजन फैला रहे हैं, ये बिल सिर्फ घुसपैठियों के खिलाफ है। इस बिल से किसी की नागरिकता नहीं छीनेगी, बल्कि कुछ शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी। कुछ लोग इस बिल का विरोध करते हुए पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार आम लोगों तक पहुंच रही है और अफवाहों से बचने के लिए कह रही है। ममता बनर्जी ने जो बयान दिया है वह गलत है, भारत की जनता ने सरकार को चुना, सरकार ने फैसला लिया ऐसे में UN कौन होता है हमारे फैसले पर रेफरेंडम करने वाला।

स्मृति बोली, दंगाईयों के खिलाफ हो कार्रवाई 

नागरिकता संशोधन कानून के हो रहे विरोध पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह देश की संसद का अपमान है। वो लोग जो दंगा करने वालों का साथ दे रहे हैं, सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करे। संविधान के दायरे में भारत के किसी नागरिक का अधिकार कोई नहीं छिन सकता।

"लोग दंगाई एलीमेंट को बढ़ावा दे रहे हैं"

वो लोग जो वर्तमान में दंगाई एलीमेंट को बढ़ावा दे रहे हैं, सरकार उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। भारत के संविधान ने भारत के नागरिकों का संरक्षण और मजबूत किया है। CAA का कानून किसी भी नागरिक को अपने अधिकार से वंचित नहीं करता है। किसी की राजनीति में आग तंत्र न बने।  

तीन मेट्रो स्टेशन बंद 

दिल्ली के जामा मस्जिद के पास प्रदर्शनकारियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मेट्रो प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर तीन मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया है। जिसमें चावड़ी बाजार, लालकिला, जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है।यहां नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन के चलते ये एक्शन लिया गया है। द्वारका और नजफगढ़ में धारा 144 लागू की गई है। 

अमित शाह के घर के बाहर प्रदर्शन

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान दिल्ली महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने भी विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान दिल्ली महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह के घर के बाहर प्रदर्शन किया। 

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