Incredible India: भारत यात्रा कर रही डेनमार्क की महिला, बोली-जिंदगी का सबसे खूबसूरत फैसला

Published : Apr 17, 2025, 05:53 PM ISTUpdated : Apr 17, 2025, 05:55 PM IST
Danish woman Incredible India

सार

Danish woman Incredible India:डेनमार्क की एक महिला ने भारत में बिताए समय को बताया जीवन का सबसे अच्छा अनुभव। ऋषिकेश की शांति से लेकर मुंबई की रफ्तार तक, भारतीय संस्कृति और लोगों ने जीता दिल।

Incredible India: डेनमार्क की एक महिला ने भारत में बिताए दिनों के अनुभव को अपनी जिंदगी का सबसे खूबसूरत और बदलाव से भरा हुआ फैसला बताया है। ऋषिकेश (Rishikesh) की शांति से लेकर मुंबई (Mumbai) की हलचल तक, उन्होंने भारत को हर रंग में जिया और महसूस किया। अब वह कह रही हैं कि भारत आने का फैसला उनके जीवन का सबसे खूबसूरत निर्णय था।

ऋषिकेश में आत्मिक शांति

कोपेनहेगन की रहने वाली एस्ट्रिड एस्मेराल्डा इन दिनों भारत में हैं। वह कई देशों की यात्रा कर चुकी हैं। अब भारत के कई शहरों की यात्रा कर चुकी महिला ने अपनी यात्रा की शुरुआत ऋषिकेश से की। ऋषिकेश को उन्होंने शांतिपूर्ण स्वर्ग बताया। गंगा किनारे बैठकर ध्यान, योग और स्थानीय साधु-संतों की संगत ने उन्हें आत्मिक रूप से जोड़ दिया।

मुंबई-विविधता का जीवंत शहर

इसके बाद जब वह मुंबई पहुंचीं तो वहां की गहमागहमी, तेज़ रफ्तार और जीवन की ऊर्जा ने उन्हें चौंकाया नहीं बल्कि आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि मुंबई की गलियों में जो ज़िंदगी है, वह किसी फिल्म से कम नहीं। यहां हर दिन एक नई कहानी मिलती है।

 

 

संस्कृति, लोग और स्वाद - सब कुछ खास

इस डेनिश महिला ने भारतीय संस्कृति (Indian Culture), त्योहारों, खाने के स्वाद और लोगों की गर्मजोशी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत में हर कोई आपको मुस्कराहट के साथ अपनाता है। यहां की विविधता ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है।

भारत ने बदल दी जिंदगी की परिभाषा

भारत में रहकर उन्होंने अपने भीतर एक नया सपना, एक नई पहचान और जीवन को देखने का बिल्कुल अलग नजरिया पाया। अपनी इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया कि मुझे अब लगता है कि असली जीवन वही है जो दिल से जुड़ा हो – और भारत ने मुझे यही सिखाया। जब हम अपने कंफर्ट ज़ोन (Comfort Zone) से बाहर निकलते हैं, तभी असली अनुभव और आत्मिक संतोष मिलता है। उन्होने बताया कि कोपेनहेगन में मेरे पास सबकुछ था। लेकिन मुझे उस शहर में उब हो गई थी। यह इसलिए क्योंकि उस शहर में गर्मियों का इंतजार करना पड़ता था। बाकी समय आपको केवल गर्मियों का इंतजार। लेकिन भारत में ऐसा नहीं है। यहां हर दिन जीवंत है।

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