रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के एक कार्यक्रम में साफ कहा कि हमें स्वतंत्र हुए 75 साल हो चुके हैं। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में भी देश के विभिन्न कैंट क्षेत्रों में सड़कें और इमारतें ब्रिटिशर्स के नाम पर हैं।
नई दिल्ली। शहरों और प्रमुख स्थलों के नाम बदलने के बाद देश के आर्मी कैंट क्षेत्रों में अंग्रेजों के नामों को हटाया जाएगा। ब्रिटिश अधिकारियों या सैनिकों के नाम पर बनीं इमारतों और सड़कों के नामों को बदलने पर विचार कर रहा है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आर्मी कैंट क्षेत्रों में जिन भी इमारतों या सड़कों या किसी अन्य जगहों का नाम अंग्रेज अधिकारियों या सैनिकों पर है, उसे बदलकर भारत के वीर सपूतों के नाम पर किया जाना चाहिए।
क्या कहा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने?
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि इन सभी सड़कों और इमारतों के नाम भारत के बहादुर सैनिकों और आधुनिक भारत के निर्माताओं के नाम पर रखे जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए रक्षा मंत्रालय और डीजीडी को विचार करना चाहिए। देश में किसी भी इमारत या सड़क का नाम अंग्रेज अफसरों या सिपाहियों के नाम पर नहीं होना चाहिए।
आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भी ब्रिटिशर्स के नाम
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के एक कार्यक्रम में साफ कहा कि हमें स्वतंत्र हुए 75 साल हो चुके हैं। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में भी देश के विभिन्न कैंट क्षेत्रों में सड़कें और इमारतें ब्रिटिशर्स के नाम पर हैं। देश में ऐसी कई सड़कें और इमारतें हैं जिनका नाम ब्रिटिश क्राउन के प्रति वफादार ब्रिटिश अधिकारियों और सैनिकों के नाम पर रखा गया है।
रक्षा मंत्री ने मंत्रालय और डीजीडी से विचार करने को कहा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्रालय और डीजीडी को इस मुद्दे पर विचार करना चाहिए और ऐसी सभी सड़कों और भवनों का नाम हमारे बहादुर सैनिकों और आधुनिक भारत के निर्माताओं के नाम पर रखा जाना चाहिए। बता दें कि देश के विभिन्न कैंट क्षेत्रों में स्थित इमारतों या सड़कों के नाम ब्रिटिश अधिकारियों के नाम पर ही है। रक्षा मंत्री के बयान के बाद इन इमारतों या सड़कों के नाम भारतीय वीर सैनिकों या शहीदों के नाम पर हो सकेगा।
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