सार
एसआईटी रिपोर्ट में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Kumar Mishra Teni) के पुत्र पर आरोप सामने आने के बाद अब समूचा विपक्ष बीजेपी सरकार (BJP Government) को घेरने में लगा है। गुरुवार को संसद से लेकर यूपी विधानसभा तक अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी के लिए हंगामा हुआ।
नई दिल्ली। यूपी (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में किसानों को गाड़ी के नीचे कुचलकर मारने का मामला अब और तूल पकड़ता जा रहा है। एसआईटी रिपोर्ट में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Kumar Mishra Teni) के पुत्र पर आरोप सामने आने के बाद अब समूचा विपक्ष बीजेपी सरकार (BJP Government) को घेरने में लगा है। गुरुवार को संसद से लेकर यूपी विधानसभा तक अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी के लिए हंगामा हुआ। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी किसान हत्या मामले में बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) के आरोपी होने पर गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा पर जोरदार हमला बोलते हुए उन्हें अपराधी कहते हुए मांग की कि उन्हें या तो बर्खास्त कर दिया जाए या इस्तीफा ले दिया जाए। राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। वह एक अपराधी हैं।
लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा: मसले पर संसद में हो बात
राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष से बहस की मांग करते हुए कहा कि हमें लखीमपुर खीरी में हुई हत्या के बारे में बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए.. जहां मंत्री की संलिप्तता थी, इस बारे में कहा जा रहा है कि यह एक साजिश थी।
राहुल गांधी के अलावा कई विपक्षी सांसदों ने दोनों सदनों में स्थगन नोटिस दिया है और जांच करने वाली पुलिस टीम की नियोजित साजिश वाली टिप्पणी पर बहस की मांग की है। दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों द्वारा बहस की मांग और गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर हंगामा के बाद सदन को दो बजे तक स्थगित कर दिया गया
राज्यसभा सभापति ने नहीं दी अनुमति
दरअसल, राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि वह इस उद्देश्य के लिए सदन के कामकाज को निलंबित नहीं होने देंगे। इसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने से रोक दिया, जिससे कांग्रेस और अन्य दलों के और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम चाहते थे कि अजय कुमार टेनी को लेकर सदन में नियम 267 के तहत चर्चा हो लेकिन राज्यसभा के सभापति ने हमारी अपील सुने बिना सदन को स्थगित कर दिया। नियम 267 के तहत कुछ सुनने के बाद फैसला लिया जाता है कि सदन में बहस हो सकती या नहीं।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
अजय कुमार मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए महाराष्ट्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री व एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि पत्रकार को डराया, धमकाया गया, मोबाइल छीना गया, यह कैसा आचरण है? एक तरफ आप किसानों की हत्या करते हैं और मंत्री मंडल में बने हुए हैं, सवाल पूछे जाएंगे। यह साफ है कि सुनियोजित तरह से हत्या की गई प्रधानमंत्री उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करें।
विपक्षी नेता खड़गे ने बोला हमला
एक न्यूज चैनल के पत्रकार को धमकाने के मुद्दे पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अजय कुमार टेनी को जवाब नहीं देना था तो वह चुप रह सकते थे लेकिन एक मंत्री का किसी को डराना-धमकाना शोभा नहीं देता। SIT की रिपोर्ट आने के बाद उन्हें खुद इस्तीफा देना चहिए था उसके लिए हमारा प्रदर्शन करना, मामले को सदन में उठाना ऐसा नहीं होना चाहिए था।
यूपी में कांग्रेस सड़क से सदन तक विरोध करेगी
यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने अजय कुमार टेनी की बर्खास्तगी के लिए लखनऊ के जीपीओ पर धरना दिया। लल्लू ने कहा कि जब तक अजय कुमार टेनी को बर्खास्त नहीं किया जाएगा। इस मुद्दे को बाहर भी उठाएंगे और विधानसभा में भी उठाएंगे। इस लड़ाई को मज़बूती से अंजाम तक पहुंचाएंगे।
प्रियंका बोलीं नैतिक दिवालियापन है बर्खास्त न करना
कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार टेनी को बर्खास्त करने से सरकार का इनकार इसके नैतिक दिवालियापन का सबसे बड़ा संकेत है। नरेंद्र मोदी जी, सावधानी से धर्मपरायणता और धार्मिक पोशाक पहनने से यह तथ्य नहीं बदलेगा कि आप एक अपराधी की रक्षा कर रहे हैं।
इस्तीफा दे देना चाहिए
नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अजय कुमार मिश्र टेनी को इस्तीफा दे देना चाहिए... लोकतंत्र में सबसे बड़ी बात। पीएम को इस्तीफा देना चाहिए। तभी सदन शांत होगा। लोगों को भी लगेगा कि पीएम लोकतंत्र को आगे ले जा रहे हैं।
क्या है लखीमपुर खीरी कांड़?
3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान आठ लोगों की मौत हो गई थी। किसानों को काफिले की गाड़ियों से रौंद दिया गया था। रौंदने वाली गाड़ी में सबसे आगे वाली गाड़ी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी की है। किसानों को रौंदने के मामले में मंत्री पुत्र आशीष मिश्र सहित उनके कई साथियों पर आरोप लगे थे। काफी हंगामे के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन मंत्री पुत्र का मामला होने की वजह से जांच आगे नहीं बढ़ने से नाराज होकर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को लताड़ते हुए अपनी देखरेख में एसआईटी गठन कर दिया। एसआईटी रिपोर्ट में मंत्री पुत्र पर लगे आरोपों की पुष्टि हो गई है। एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद अब विपक्ष केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है।
यह भी पढ़ें:
Nagaland Firing: सीएम नेफ्यू रियो ने AFSPA को हटाने की मांग की, कहा-देश की छवि हो रही है धूमिल