भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने मोनोपल्स सेकेंडरी रडार के साथ 11 एयरपोर्ट सर्विलांस रडार खरीदने के लिए एमओयू पर साइन किया है। यह खरीदारी भारत सरकार द्वारा रक्षा मंत्रालय को इमरजेंसी खरीद के लिए दिए गए फंड से खरीदे जाएंगे।
नई दिल्ली। देश की रक्षा करने वाली भारतीय नेवी और इंडियन कोस्ट गार्ड का निगरानी तंत्र और मजबूत होगा। रक्षा मंत्रालय ने 11 एयरपोर्ट सर्विलांस रडार को खरीदने जा रहा है। करीब 323.47 करोड़ रुपये से इन उपकरणों की खरीदी होगी।
एमओयू हुआ साइन
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने मोनोपल्स सेकेंडरी रडार के साथ 11 एयरपोर्ट सर्विलांस रडार खरीदने के लिए एमओयू पर साइन किया है। यह खरीदारी भारत सरकार द्वारा रक्षा मंत्रालय को इमरजेंसी खरीद के लिए दिए गए फंड से खरीदे जाएंगे।
खरीद और निर्माण के आधार पर हुआ समझौता
दरअसल, रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्रालय दूसरे देशों या कंपनियों से उन उपकरणों या रक्षा संसाधनों की खरीदी कर रहा जो उपकरणों के साथ उनके प्रोडक्शन की तकनीक भी साझा करेंगे। रडार की खरीदारी भी इसी योजना के तहत की जा रही है। रक्षा मंत्रालय 11 रडार खरीदने के साथ उसे अपने देश में बनाने के लिए आवश्यक तकनीक भी साझा करेगा।