रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तराखण्ड युद्ध स्मारक शौर्य स्थल के निर्माण के लिए पूर्व सांसद तरुण विजय को धन्यवाद दिया। युद्ध स्मारक निर्माण के लिए सेना ने तरुण विजय को प्रथम पुष्प चक्र अर्पण का सम्मान दिया।
देहरादून। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तराखण्ड युद्ध स्मारक शौर्य स्थल के निर्माण के लिए तरुण विजय को धन्यवाद दिया। तरुण विजय देश के पहले सांसद हैं, जिन्होंने 2.5 करोड़ रुपए देकर युद्ध स्मारक बनवाया है। इसके लिए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपना आशीष था। युद्ध स्मारक निर्माण के लिए सेना ने तरुण विजय को प्रथम पुष्प चक्र अर्पण का सम्मान दिया।
चीड़ बाग में शनिवार को उत्तराखण्ड युद्ध स्मारक शौर्य स्थल के उद्घाटन से प्रदेश में एक बड़ी कमी पूरी हो गई। उत्तराखण्ड निर्माण के समय से ही यहां युद्ध स्मारक की मांग चली आ रही थी। सांसद के नाते तरुण विजय ने 5 जुलाई 2011 को देहरादून के डीएम सचिन कुर्वे को अपना सांसद निधि अर्पण का शासकीय पत्र दे दिया था।
मनोहर पर्रीकर ने किया था भूमि पूजन
प्रदेश सरकार द्वारा स्मारक के लिए जमीन तलाश की गई, लेकिन जमीन मिलने में देर हुई। तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने सेना की भूमि कैंट बोर्ड को स्थानांतरित करवाकर 30 अप्रैल 2016 को प्रदेश के सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में स्मारक का भूमि पूजन किया था। तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने स्मारक निर्माण में विशेष सहयोग दिया।
नरेंद्र मोदी ने भेजा था शुभकामना संदेश
स्मारक बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शुभकामना संदेश में लिखा- “मुझे प्रसन्नता है कि उत्तराखंड में युद्ध स्मारक 'शौर्य स्थल' का निर्माण किया जा रहा है। देवभूमि हमारे सैनिकों की वीरता और विजय गाथाओं के लिए भी अत्यधिक प्रसिद्द है। भारतीय सैनिकों की शहादत और शौर्य के प्रेरणा स्थल हमारे लिए वीरता के तीर्थ स्थान हैं।"
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उपेक्षित युद्ध स्मारकों का कराना है जीर्णोद्धार
तरुण विजय ने उत्तराखण्ड की मीडिया को युद्ध स्मारक की सफल परिणति का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पत्रकारों ने शौर्य स्थल को अंगीकार कर सैनिकों का सम्मान सुरक्षित रखा। तरुण विजय ने कहा कि अब प्रदेश के अन्य उपेक्षित युद्ध स्मारकों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। स्थानीय गांधी पार्क के पास प्रथम विश्व युद्ध में शामिल हुए गढ़वाली सैनिकों का स्मारक कूड़ा घर बन गया है। ऐसे ही प्रदेश में सैंकड़ों युद्ध स्मारक नष्ट हो रहे हैं। हम उनकी देखभाल के लिए जनता को जागृत करेंगे।
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