दिल्ली: बहुमत पर सवाल नहीं, न विपक्ष ने की मांग, अरविंद केजरीवाल लेकर आए विश्वास प्रस्ताव, बताई ये वजह

Published : Feb 16, 2024, 07:21 PM ISTUpdated : Feb 16, 2024, 07:40 PM IST
Arvind Kejriwal

सार

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है। 

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को विश्वास प्रस्ताव लेकर आए। ऐसा नहीं है कि केजरीवाल सरकार पर संकट है या बहुमत को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्ष ने भी सरकार से बहुमत साबित करने की मांग नहीं की है। इसके बाद भी सीएम ने विश्वास मत पेश किया है। उन्होंने इसकी वजह बताई है।

शराब नीति घोटाले के सिलसिले में केजरीवाल के खिलाफ ईडी ने छठा समन जारी किया है। समन के बाद भी पूछताछ के लिए पेश नहीं होने के चलते ईडी ने केजरीवाल के खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई है। शनिवार को इस मामले में केजरीवाल को पेश होना है। इससे पहले शुक्रवार को वे विधानसभा में विश्वास मत लेकर आए। इसपर शुक्रवार को चर्चा हुई। शनिवार को भी चर्चा जारी रहेगी। केजरीवाल ने विश्वास मत पेश करने की वजह उनकी सरकार गिराने के लिए की जा रही कोशिश को बताया है।

 

 

अरविंद केजरीवाल ने कहा, विधायकों को ऑफर किए गए 25-25 करोड़ रुपए

विधानसभा में अरविंद केजरीवाल ने कहा, "अभी कुछ दिन पहले मेरे पास दो विधायक आए थे। दोनों अलग-अलग समय आए थे। दोनों ने एक ही बात कही। दोनों ने कहा कि बीजेपी वाले आए थे हमारे पास, उन्होंने हमें कहा कि थोड़े दिनों बाद हम तुम्हारे मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लेंगे। हमने पहले ही 21 विधायकों से संपर्क कर लिया है। पार्टी छोड़ने के लिए 21 विधायक मान गए हैं, औरों से संपर्क कर रहे हैं। तुम्हें भी 25-25 करोड़ रुपए देंगे। तुम भी आ जाओ पार्टी में और हम अपनी टिकट से तुम्हे बाद में चुनाव लड़ा देंगे। कुछ और चाहिए तो बता दो।"

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सीएम ने कहा, "उन दोनों ने आकर बताया कि हमने तो उनको मना कर दिया। फिर हमने एक-एक विधायक से बात की तो पता चला कि 21 तो नहीं, बीजेपी वालों ने सात विधायकों से संपर्क किया था। एक और ऑपरेशन लोटस करने की इन्होंने कोशिश की। लेकिन हमारी जानकारी के हिसाब से सभी 21 विधायकों ने मना कर दिया।"

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