दिल्ली के उपराज्यपाल ने सरकार को लौटा दी 47 फाइलें, सीएम केजरीवाल के बदले ऑफिस स्टाफ ने किया था साइन

दिल्ली के उपराज्यपाल के ऑफिस ने शनिवार को राज्य सरकार को 47 फाइलें लौटा दी हैं। एलजी सचिवालय द्वारा जिन फाइलों को लौटाया गया है उनमें शिक्षा विभाग और वक्फ बोर्ड के साथ अन्य विभागों की फाइलें हैं। 

Vivek Kumar | Published : Aug 27, 2022 1:48 PM IST / Updated: Aug 27 2022, 07:30 PM IST

नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल के ऑफिस ने शनिवार को राज्य सरकार को 47 फाइलें लौटा दी हैं। इन फाइलों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जगह उनके ऑफिस स्टाफ ने साइन किया था। एलजी के इस फैसले से राज्य सरकार और उपराज्यपाल के बीच जारी गतिरोध के और अधिक बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। 

एलजी ऑफिस के सूत्रों के अनुसार एलजी सचिवालय द्वारा जिन फाइलों को लौटाया गया है उनमें शिक्षा विभाग और वक्फ बोर्ड के साथ अन्य विभागों की फाइलें हैं। मुख्यमंत्री ऑफिस द्वारा ऐसी फाइलें भेजी गईं, जिसपर मुख्यमंत्री के साइन नहीं थे। एलजी ने कई बार इस मुद्दे को उठाया है। 

एलजी ऑफिस के सूत्र के अनुसार मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर के बिना भेजे गए कुछ फाइलों को सीएमओ को वापस कर दिया गया। वहीं, कुछ ऐसे फाइल भी लौटाए गए, जो पहले ही एलजी कार्यालय को मिल गए थे। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना 22 अगस्त को पत्र लिखकर दिल्ली के सीएम के सामने यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने इस बात पर बल दिया था कि सीएम ऑफिस से भेजी जाने वाली फाइलों पर मुख्यमंत्री का साइन होना चाहिए। 

यह भी पढ़ें- आजादी की लड़ाई में खादी ही बनी थी ताकत, गुलामी की जंजीरों को तोड़ने में इस धागा का अमूल्य योगदान: पीएम मोदी

लागू हो ई-ऑफिस प्रणाली 
एलजी ने कहा था कि हाल के महीनों में नियमित रूप से सीएमओ द्वारा संयुक्त सचिव या अतिरिक्त सचिव के माध्यम से एलजी की मंजूरी या राय के लिए प्रस्ताव भेजे गए। इनपर यह टिप्पणी की गई थी कि सीएम ने फाइल को देखा है और स्वीकृत किया है, लेकिन उसपर सीएम का साइन नहीं होता। एलजी ने मुख्यमंत्री से अधिकांश सरकारी कार्यालयों में लागू ई-ऑफिस प्रणाली शुरू करने के लिए भी कहा था ताकि फाइलों की निर्बाध आवाजाही को सक्षम बनाया जा सके।

यह भी पढ़ें- कांग्रेस में अगला अध्यक्ष चुने जाने के लिए कवायद तेज, CWC रविवार को जारी कर सकती शेड्यूल

Read more Articles on
Share this article
click me!