ट्रैफिक में फंसे मुस्लिम भाई को हिंदू कैब ड्राइवर ने नवरात्रि फलाहार से कराया इफ्तार, लोग बोले- यहीं तो है असली हिंदुस्तान

हिंदू कैब ड्राइवर के प्यार के पैगाम को सोशल मीडिया पर खूब तारीफ मिल रही है। यूजर्स ने पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है- 'हमारे हिंदुस्तान में गंगा-जमुनी तहजीब हमेशा से रही है। यहां हिंदू-मुस्लिम साथ-साथ रहते हैं और एक-दूसरे की मदद करते हैं।'

दिल्ली : गंगा-जमुनी तहजीब की झलक हिंदुस्तान में हमेशा से देखने को मिल रही है। हमारे देश का यही तो संस्कार रहा है। नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) के पावन पर्व और रमजान (Ramzan 2023) के पाक महीने में एक बार फिर इसकी झलक देखने को मिली है। वाकया है दिल्ली NCR का, जहां एक हिंदू कैब ड्राइवर ने ट्रैफिक के बीच सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अनस तनवीर (Anas Tanwir) का रोजा खुलवाया और उन्हें खाने में नवरात्रि उपवास का फल और पानी दिया। इस वाकये को अनस तनवीर ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है।

जब हिंदू कैब ड्राइवर ने दिया प्यार का पैगाम

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सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए अनस तनवीर ने कैब ड्राइवर की जमकर तारीफ की और लिखा- 'इफ्तार का समय था और मैं ट्रैफिक में फंस गया था। मैंने उबर ड्राइवर यतिन कुमार से पूछा, क्या उसके पास पानी है? वह तुरंत समझ गया कि मेरा रोजा चल रहा है। उसने नवरात्रि का अपना फलाहार मुझे दे दिया और मेरा रोजा खुलवाया।'

 

 

होटल के 'इफ्तार' में असली हिंदुस्तान की तस्वीर

अनस तनवीर ने इसी तरह का अपना एक और अनुभव शेयर करते हुए लिखा- रमजान के दौरान वे एक होटल में बैठक कर रहे थे। शाम को रोजा खोलने की जरूरत थी. पूरी टीम डिनर के लिए गई थी, जब होटल स्टाफ को पता चला कि मेरा रोजा चल रहा है, तब उन्होंने मेरे लिए इफ्तार स्पेशल प्लेट सजाया। होटल में कुछ आइटम खाने में बैन था लेकिन उन्होंने मेरे लिए व्यवस्था की।

 

 

अनस की पोस्ट पर रिएक्शन

अनस तनवीर के इस पोस्ट को सिर्फ 12 घंटे में ही 121.8K लोग देख चुके हैं। हिंदू और मुस्लिम दोनों यूजर्स का रिएक्शन देखने को मिल रहा है। एक यूजर ने लिखा- 'हमारे देश ही यही परंपरा रही है। ऐसा हमेशा से रहा है। हम भारतीय हमेशा से ही सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।' वहीं, अनस तनवरी के एक साथी एडवोकेट विशाल राज सहजपाल ने लिखा- 'हिंदुस्तान में यह काफी सामान्य है। सोशल मीडिया के जरिए जहां हम तक कई नफरत फैलाती कहानियां पहुंचती है. ऐसे में इस तरह की कहानी मिसाल है। हमारे देश में उस कैब ड्राइवर की तरह बड़ी संख्या में लोग रहते हैं।'

हिंदुस्तान में सदियों से यही परंपरा रही है

मेहनाज अमजद नाम की एक यूजर ने लिखा- 'अल्लाह ऐसे ही दिन दिखाए। हमारे देश, हमारी मातृभूमि में सब मिलजुल कर रहें, यह सबसे बड़ी खुशी की बात है।' वहीं, लतिका नाम की यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- 'यह काफी सामान्य था। दुख की बात यह है कि इस तरह की कहानियां हमें सोशल मीडिया पर शेयर करनी पड़ रही है। हमारे देश में हमेशा से यही होता रहा है।' अभिषेक द्विवेदी नाम के यूजर ने लिखा कि '99.99 प्रतिशत भारतीय यही करना पसंद करेंगे। यह देखकर खुशी है कि आपकी मुलाकात एक अच्छे आदमी से हुई। हम एक परिवार हैं और हम सभी से प्यार करते हैं।'

कॉन्टेन्ट सोर्स - आवाज द वाइस

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