मानसून सत्र: राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल पास, शाह बोले-सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कोई उल्लंघन नहीं

सार

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का आज अहम दिन रहा। लोकसभा चुनाव 2024 में NDA का सामना करने के लिए विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए मोर्चे I.N.D.I.A के बीच राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल को लेकर जोरदार बहस हुई। दरसअल, सरकार ने राज्यसभा में विवादास्पद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक पेश किया था। इसे लोकसभा से पहले ही पास कर दिया गया था। बहस के बाद इस बिल को सरकार ने राज्यसभा में भी पास करा लिया। बिल पास होने के बाद उस अध्यादेश का स्थान लेगा जिसे केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग और विजिलेंस के अधिकार को लेकर लाया गया था। राष्ट्रपति के सिग्नेचर के बाद अब यह कानून बन जाएगा।

10:23 PM (IST) Aug 07

राज्यसभा में भी दिल्ली सेवा विधेयक पास

सोमवार की देर शाम को राज्यभा में दिल्ली सेवा बिल को पास कर लिया गया। बिल अब दोनों सदनों में पास हो चुकी है। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा।

09:02 PM (IST) Aug 07

दिल्ली सेवा विधेयक किसी भी तरह से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लंघन नहीं करता: अमित शाह

दिल्ली सेवा बिल पर राज्यसभा में बहस के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया कि दिल्ली सेवा विधेयक किसी भी तरह से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लंघन नहीं करता है। इस विधेयक का उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में प्रभावी, भ्रष्टाचार मुक्त शासन करना है। गृह मंत्री ने कहा कि यह विधेयक सबसे पहले कांग्रेस द्वारा लाया गया था जब वह सत्ता में थी। उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि विधेयक का कोई भी प्रावधान कांग्रेस शासन में जो था, उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।

 

04:09 PM (IST) Aug 07

राघव चड्ढा बोले-संवैधानिक ढांचे की अवहेलना

राज्यसभा में पेश हुए दिल्ली सेवा बिल के खिलाफ आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि यह संवैधानिक ढांचे की अवहेलना है। बीजेपी 25 साल से कोई चुनाव नहीं जीत सकी इसलिए यह कर रही है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देना चाहते थे लेकिन वर्तमान सरकार उस सोच के खिलाफ है। ऐसी कौन सी क्राइसिस है कि आप सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं। 

02:14 PM (IST) Aug 07

दिल्ली सेवा बिल राज्यसभा में पेश

केंद्र सरकार ने दिल्ली सेवा बिल को राज्यसभा में पेश कर दिया है। इस बिल पर चर्चा हो रही है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी इस मुद्दे पर अपनी बात रख रहे हैं। उन्होंने इसे संघीय ढांचे के खिलाफ बताया है।

12:04 PM (IST) Aug 07

लोकसभा पहुंचे राहुल गांधी

संसद सदस्यता बहाल होने के बाद पहली बार राहुल गांधी सोमवार दोपहर 12 बजे लोकसभा पहुंचे। विपक्षी दलों के नेताओं ने उनका स्वागत किया। उन्होंने संसद भवन में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। दूसरी ओर विपक्ष द्वारा किए जा रहे हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

 

11:22 AM (IST) Aug 07

विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में किया हंगामा

मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि मणिपुर जल रहा है। वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष भाग रहा है। राजस्थान मुद्दे पर भी चर्चा होनी चाहिए।

 

11:07 AM (IST) Aug 07

लोकसभा में कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित

सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई। लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने नारेबाजी की। इसपर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कहा कि आपलोग चर्चा नहीं कराना चाहते हैं। सदन चर्चा के लिए है, नारेबाजी के लिए नहीं। इसके बाद उन्होंने दोपहर 12 बजे तक के लिए लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।

 

10:06 AM (IST) Aug 07

प्रमोद तिवारी को उम्मीद आज हो जाएगी राहुल गांधी की सदस्यता बहाल

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने उम्मीद जताई है कि आज राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगा दी है। मुझे उम्मीद है कि नियमों के मुताबिक लोकसभा स्पीकर आज राहुल गांधी की सदस्यता बहाल कर देंगे।

07:26 AM (IST) Aug 07

राज्यसभा में बहुमत के लिए चाहिए 119 सदस्य

राज्यसभा की वर्तमान सदस्य संख्या 237 है। इस तरह बहुमत का आंकड़ा 119 है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों के सांसदों की संख्या 105 है। उन्हें बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस का समर्थन मिलेगा। प्रत्येक के पास 9 सांसद हैं। सत्तारूढ़ दल को पांच नामांकित और दो निर्दलीय सांसदों के समर्थन का भी भरोसा है। इससे उसकी संख्या 130 हो जाएगी। विपक्षी गठबंधन इंडिया के पास 104 सांसद हैं।

07:15 AM (IST) Aug 07

विपक्षी दलों की होगी परीक्षा

दिल्ली सेवा बिल के माध्यम से विपक्षी दलों की एकता की परीक्षा होने वाली है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसके खिलाफ अभियान चलाया था और विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात की थी। राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है। राज्यसभा में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन और विपक्षी गठबंधन INDIA के सदस्यों की संख्या लगभग एक जैसी है। बीजू जनता दल (बीजेडी) और वाईएसआर कांग्रेस ने इस बिल को लेकर सरकार का समर्थन करने का फैसला किया है। इससे पलड़ा सरकार के पक्ष में झुक गया है।

07:04 AM (IST) Aug 07

आप और कांग्रेस ने जारी किया व्हिप

दिल्ली सेवा बिल को लेकर आप और कांग्रेस ने राज्यसभा में अपने सदस्यों के लिए व्हिप जारी किया है। आप ने अपने व्हिप में लिखा, "राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वे 7 अगस्त से 8 अगस्त 2023 तक उपस्थित रहें और पार्टी के रुख का समर्थन करें। इसे सबसे महत्वपूर्ण माना जा सकता है।" कांग्रेस इस बिल के विरोध में आप का साथ दे रही है। पार्टी ने अपने सांसदों के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है।