पुलिस जब कानून लागू करने में विफल होती है, तभी लोकतंत्र नाकाम होता है : अजित डोभाल

डोभाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले पुलिस के एक थिंक टैंक पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरडी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘कानून बनाना लोकतंत्र में सबसे पवित्र काम है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 5, 2020 12:29 PM IST

गुड़गांव. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर पुलिस कानून लागू करने में ‘‘नाकाम’’ रहती है तो लोकतंत्र विफल होता है। वे देशभर के युवा पुलिस अधीक्षकों के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

कानून बनाना लोकतंत्र में सबसे पवित्र काम है

डोभाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले पुलिस के एक थिंक टैंक पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरडी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘कानून बनाना लोकतंत्र में सबसे पवित्र काम है। आप (पुलिसकर्मी) उस कानून को लागू करने वाले लोग हैं। अगर आप नाकाम होते हैं तो लोकतंत्र नाकाम होता है।’’ एनएसए ने कहा कि लोकतंत्र में कानून के प्रति पूरी तरह से समर्पित होना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘आपको निष्पक्षता और तटस्थ भाव से काम करना चाहिए तथा यह भी महत्वपूर्ण है कि आप विश्वसनीय दिखें।’’

उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम जनता के लिए पुलिस के बारे में सही धारणा बनाएं। डोभाल ने कहा कि यह किया जाना चाहिए क्योंकि धारणा से लोगों को भरोसा मिलता है और इससे विश्वास बढ़ता है जिससे लोग मनोवैज्ञानिक रूप से अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं।

(ये खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई/भाषा की है। एशियानेट हिन्दी न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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