Bipin Rawat Passed Away: 5 मिनट बाद होने वाली थी लैंडिंग, 9 बजे यात्रा की शुरुआत-12.20 पर आई क्रैश की खबर

हादसे के बाद हेलिकॉप्टर (Helicopter) आग के गोले में तब्दील हो गया, जिसकी वजह से सभी लोग 85 फीसदी तक जल गए हैं। सरकार ने सभी 13 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 8, 2021 12:39 PM IST / Updated: Dec 08 2021, 07:15 PM IST

नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले CDS बिपिन रावत (Bipin rawat) का निधन हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एयर फोर्स ने इसकी पुष्टि की है। जो हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था, उसमें 14 लोग सवार थे। रक्षा मंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा - तमिलनाडु में आज एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ। उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत बहादुर योद्धा थे। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में बदलावों के लिए बहुत बेहतर कार्य किए। अन्य नेताओं ने भी घटना को लेकर दुख जताया है और सीडीएस बिपिन रावत समेत सभी मृतकों को श्रद्धांजलि दी है। घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल है। एयरफोर्स ने अपने ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी दी है। 

 

85 फीसदी तक जले शव, डीएनए टेस्ट से होगी पहचान

जो हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat),  उनकी पत्नी मधुलिका समेत 14 लोग सवार थे। हादसे के बाद रक्षा मंत्री कैबिनेट बैठक छोड़कर बिपिन रावत के घर गए थे। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र (Pm Modi) मोदी को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने एयर फोर्स चीफ (Air Force Chief) को भी घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर आग के गोले में तब्दील हो गया, जिसकी वजह से सभी लोग 85 फीसदी तक जल गए हैं। शव बुरी तरह से जले होने की वजह से इनकी पहचान डीएनए टेस्ट से होगी। इससे पहले बताया गया था कि रावत को वेलिंगटन के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, घटना को लेकर रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक भी हुई। रक्षा मंत्री सीडीएस रावत के घर भी गए और उनकी बेटी से बात की। रक्षा मंत्री कल इस मुद्दे पर संसद में बयान दे सकते हैं। एयरफोर्स ने दुर्घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दिए हैं।

पांच मिनट में होने वाली थी लैंडिंग 

- बुधवार सुबह करीब 9 बजे जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत नौ लोग विशेष विमान से दिल्ली से रवाना हुए और करीब 11:35 बजे एयरफोर्स स्टेशन सुलूर पहुंचे।
- 11:45 बजे एयरफोर्स स्टेशन सुलूर से दिल्ली से आए 9 लोग और पांच क्रू के सदस्य यानी कुल 14 लोग वेलिंगटन आर्मी कैंप के लिए हेलिकॉप्टर से रवाना हुए।
- 12:20 बजे नंचापा चातरम के कट्टेरिया इलाके में जंगलों के बीच हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। यह उस वक्त 94 किमी का सफर कर चुका था और लैंडिंग से करीब 10 किमी दूर था।
- इस हेलिकॉप्टर को लैंडिंग डेस्टिनेशन तक पहुंचने में पांच मिनट का ही समय लगता। लेकिन उससे पहले हादसा हो गया। 

देश के पहले सीडीएस थे रावत :
आर्मी चीफ के पद से 31 दिसंबर 2019 को रिटायर होने के बाद बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बने थे। वह 31 दिसंबर 2016 को आर्मी चीफ बनाए गए थे। अशांत इलाकों में काम करने के अनुभव को देखते हुए मोदी सरकार ने दिसंबर 2016 में जनरल रावत को दो वरिष्ठ अफसरों पर तरजीह देते हुए आर्मी चीफ बनाया था।

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