4 दिन बाद भी महिला डॉक्टर का फोन नहीं मिला; आरोपियों को जेल शिफ्ट करते वक्त भीड़ ने बरसाए पत्थर

हैदराबाद में दुष्कर्म के बाद लेडी डॉक्टर की हत्या के बाद से देशभर में घटना को लेकर गुस्सा है। कई जगह विरोध प्रदर्शन भी हो रहे है। महिला डॉक्टर की मौत के चार दिन बाद भी पुलिस महिला डॉक्टर के फोन को बरामद नहीं कर पाई। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 1, 2019 7:14 AM IST

तेलंगाना. हैदराबाद में दुष्कर्म के बाद लेडी डॉक्टर की हत्या के बाद से देशभर में घटना को लेकर गुस्सा है। कई जगह विरोध प्रदर्शन भी हो रहे है। महिला डॉक्टर की मौत के चार दिन बाद भी पुलिस महिला डॉक्टर के फोन को बरामद नहीं कर पाई। पुलिस को शंका है कि आरोपियों ने यहा तो फोन को तोड़ दिया या जला दिया। 

इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके नाम मोहम्मद आरिफ (26), नवीन (20), चिंताकुंता केशावुलु (20) और शिवा (20) है। निचली अदालत ने गिरफ्तार आरोपियों को शनिवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जब पुलिस आरोपियों को शादनगर पुलिस स्टेशन से सेंट्रल जेल शिफ्ट कर रही थी, तो भीड़ उग्र हो गई। भीड़ ने आरोपियों के ऊपर पथराव भी किया। पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा।

क्या है मामला?
हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर गच्चीबाउली में काम करने के लिए जाती थी। वह एक टोल प्लाजा के पास अपनी स्कूटी पार्क कर देती थी और आगे कैब से चली जाती थी। ऐसा ही बुधवार को उन्होंने किया, लेकिन जब वे वापस लौटी तो उन्होंने देखा कि उनकी स्कूटी पंचर है तो उन्होंने कैब से जाने का फैसला किया।
 
इसी दौरान कुछ लोगों ने पंचर ठीक कराने का ऑफर दिया और स्कूटी ले गए। थोड़ी देर बाद वे बहाना बनाकर लौटे, और थोड़ी दूर तक महिला डॉक्टर को ले गए। यहां उसके साथ चारों आरोपियों ने रेप किया। फिर उसे आग लगा दी।

पुलिस ने घटनाक्रम का किया खुलासा 

27 नवंबर : 

- शाम 6.13 बजे डॉक्टर ने स्कूटी पार्क की।
- 9.13 बजे उसे स्कूटी पंचर मिलती है।
- मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ मदद के लिए आता है।
- इसके बाद वह दूसरे आरोपी शिवा को बुलाता है, जो उसे स्कूटी ठीक कराने में मदद के लिए राजी करता है।
- रात 9.18-9.24 तक डॉक्टर ने अपनी बहन से फोन पर बात की।
- 9.28 पर आरोपी वापस आते हैं और कहते हैं कि पंचर की सारी दुकानें बंद हो चुकी हैं।
- आरोपी डॉक्टर को पास में ही सुनसान जगह ले जाते हैं। जहां उसके साथ चारों दुष्कर्म करते हैं।
- रात 9.48 पर डॉक्टर का फोन स्विच ऑफ हो जाता है। 
- रात 10.08 पर गैंगरेप के बाद हत्या।
- देर रात 2 से 2.30 बजे डॉक्टर को जला दिया गया।

28 नवंबर की सुबह महिला डॉक्टर का शव मिलता है। 

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