देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोरोना के खिलाफ जंग में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एक बार फिर मोर्चा संभाल लिया है। DRDO अब दिल्ली के बाद लखनऊ में 450, वाराणसी में 750 और अहमदाबाद में 900 बेड बनाने पर काम कर रहा है। यह जानकारी DRDO चेयरमैन जी सतीश रेड्डी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ हुई बैठक में दी।
नई दिल्ली. देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोरोना के खिलाफ जंग में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एक बार फिर मोर्चा संभाल लिया है। DRDO अब दिल्ली के बाद लखनऊ में 450, वाराणसी में 750 और अहमदाबाद में 900 बेड बनाने पर काम कर रहा है। यह जानकारी DRDO चेयरमैन जी सतीश रेड्डी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ हुई बैठक में दी।
इससे पहले मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे और डीआरडीओ चीफ से बात कर सेना के लिए मौजूद संसाधनों और सुविधाओं को नागरिकों के लिए उपलब्ध कराने के लिए कहा। उन्होंने सेना प्रमुख से कहा कि सेना के स्थानीय कमांडर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करें और हरसंभव मदद करें।
डीआरडीओ ने दिल्ली में बनाया 500 बेड का अस्थाई अस्पताल
हाल ही में दिल्ली में कोरोना से स्थिति को बिगड़ता देख डीआरडीओ ने दिल्ली एयरपोर्ट के पास अस्पताल को दोबारा तैयार किया है। इसमें 500 बेड की व्यवस्था है। इस अस्पताल में आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की व्यवस्था है। इसके अलावा मरीजों के खाने के लिए कैंटीन भी है।
दवाई भी कराईं जा रहीं उपलब्ध
डीआरडीओ के अस्पतालों में दवाइयों की कमी ना हो, इसके लिए आउटसोर्स एजेंसीस से बात की गई है। ये एजेंसियां जरूरी दवाइयां अस्पताल में उपलब्ध कराएंगी। इससे पहले कोरोना की पहली लहर के वक्त भी डीआरडीओ ने अहम योगदान दिया। उस समय दिल्ली में 1000 बेड के अस्पताल खोले गए थे। वहीं, इस बार भी कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री ने डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल को तैयार करने के लिए कहा था।