मेघालय की धरती डोलने के साथ ही पूरे पूर्वोत्तर राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
Earthquake in Meghalaya: मेघालय में 5.4 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया है। मेघालय की धरती डोलने के साथ ही पूरे पूर्वोत्तर राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। 5.4 तीव्रता वाला भूकंप मेघालय में रात करीब 8.19 मिनट पर आया। नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर ने कहा कि भूकंप का केंद्र मेघालय में चेरापूंजी से 49 किलोमीटर दक्षिणपूर्व दिशा में रहा। चेरापूंजी के दक्षिणपूर्व में 16 किलोमीटर गहराई में आए इस भीषण भूकंप के झटके पूर्वोत्तर राज्यों में महसूस तो किए ही गए, पड़ोसी देश बांग्लादेश के कई इलाकों में भी धरती डोली। हालांकि, इस भूकंप से किसी प्रकार के किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
दुनिया में आते हैं चार तरह के भूकंप
भूकंप के चार प्रकार होते हैं जैसे टेक्टोनिक भूकंप, ज्वालामुखीय भूकंप, कोलेप्स भूकंप और विस्फोटक। फिलहाल पूरी दुनिया में जो भूकंप आ रहे हैं उनमें से ज्यादातर टेक्टोनिक भूकंप हैं। टेक्टोनिक भूकंप धरती के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेट्स में हलचल की वजह से आते हैं। ये हमेशा धीरे-धीरे खिसकती रहती हैं, जिसका कोई विशेष प्रभाव सतह पर नहीं पड़ता पर जब ये प्लेट्स जोर से खिसक जाएं तो सतह पर बड़े और विनाशकारी भूकंप आते हैं। फिलहाल इस बात पर रिसर्च जारी है कि पूरी दुनिया में टेक्टोनिक प्लेट्स में इतनी ज्यादा हलचल क्यों हो रही है।
इसके अलावा भी कई देशों में अन्य प्रकार के भूकंप वहां की परिस्थितियों के हिसाब से आते हैं, जैसे ज्वालामुखीय भूकंप जो ज्वालामुखी विस्फोट से आते हैं। इसके अलावा कोलेप्स भूकंप होते हैं जो बड़ी खदानों के क्षेत्र के आसपास आते हैं। अंत में आते हैं ऐसे भूकंप जो विस्फोट या धमाके से उत्पन्न होते हैं।
भू-वैज्ञानिक कहते हैं कि विभिन्न देशों में क्षेत्रीय स्तर पर भी भूकंप आने का खतरा वहां की परिस्थितयों पर आधारित होता है। इसी को देखते हुए किसी क्षेत्र को खतरे के आधार पर बांट दिया जाता है। जैसे भारत को भूकंप के खतरे के हिसाब से पांच जोन में बांटा गया है। जोन 1 में आने वाले राज्य व क्षेत्रों में सबसे कम खतरा है तो जाेन 5 में सबसे ज्याद खतरा।
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