महाराष्ट्र में हाल ही में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। राज्य के कद्दावर ओबीसी नेता, 6 बार के विधायक और फडणवीस सरकार में मंत्री रहे एकनाथ खड़से ने पार्टी से इस्तीफा देकर एनसीपी जॉइन कर ली। हमारे सहयोगी Asianet newsable से खास बातचीत में एकनाथ खड़से ने बताया कि उन्हें किस तरह से पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया। इतना ही नहीं खड़से ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
मुंबई. महाराष्ट्र में हाल ही में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। राज्य के कद्दावर ओबीसी नेता, 6 बार के विधायक और फडणवीस सरकार में मंत्री रहे एकनाथ खड़से ने पार्टी से इस्तीफा देकर एनसीपी जॉइन कर ली। हमारे सहयोगी Asianet newsable से खास बातचीत में एकनाथ खड़से ने बताया कि उन्हें किस तरह से पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया। इतना ही नहीं खड़से ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
सवाल: आप एनसीपी में शामिल हो गए हैं, आपको कैसा लग रहा है? जैसा आपने प्लान किया था, क्या आपका स्वागत वैसे ही हुआ?
जवाब: एकनाथ खड़से ने कहा, हां सब अच्छा हो रहा है। मैं लंबे वक्त से एनसीपी नेताओं को जानता हूं। इनमें से कुछ लंबे मेरे पुराने दोस्त भी हैं। मुझे ऐसा नहीं लग रहा कि मैं यहां नया आया हूं।
सवाल: आपके शरद पवार से अच्छे संबंध रहे हैं। क्या इसलिए आप एनसीपी में आए?
जवाब: खड़से ने कहा, मैं ये नहीं बता सकता। लेकिन शरद पवार से मेरे लंबे वक्त से अच्छे संबंध रहे हैं। मैंने मुख्यमंत्री रहते वक्त उनके नीचे रहकर काम किया। जब से अभी तक, मैं उनसे कई बार मिला।
सवाल: क्या सरकार में शामिल होंगे?
इस सवाल के जवाब में एकनाथ खड़से ने बताया कि मेरी ऐसी कोई मंशा नहीं है। मेरे लिए सिर्फ विकास मायने रखता है। हजारों करोड़ों के विकास कार्य अटके हुए हैं। मैंने अपने कार्यकाल के दौरान कई प्रोजेक्ट्स की मंजूरी दी।
सवाल: आप भाजपा के बड़े नेता थे। आप राज्य में पार्टी के ओबीसी चेहरा थे, क्या आपका पार्टी से बाहर आना भाजपा के लिए बड़ा नुकसान होगा?
एकनाथ खड़से: मैं एक साल में सबके पास गया। मैंने पार्टी नेतृत्व को इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने मुझे जांच का भरोसा दिया। लेकिन कुछ नहीं हुआ। बाद में मैंने महसूस किया कि देवेंद्र फडणवीस को केंद्र का समर्थन हो सकता है।
सवाल- आपके और फडणवीस के बीच नहीं बन रही थी क्या केंद्रीय नेतृत्व ने इसे खारिज कर दिया?
इस सवाल के जवाब में एकनाथ खड़से ने कहा, देवेंद्र फडणवीस ने बहुत कुछ किया। मैं मुख्यमंत्री पद का दावेदार था। उन्हें डर था कि कहीं मुझे मुख्यमंत्री ना बना दिया जाएगा। इसलिए उन्होंने मेरे ऊपर गलत केस करवाए और मुझे दोषी ठहराने की कोशिश की। इतना ही नहीं उन्होंने गंदी ट्र्रिक अपनाई। मेरे खिलाफ एक महिला से केस करवाया। ये मामला कोर्ट में पहुंचा। मुझे क्लीन चिट मिल गई। इसके बाद मैंने फैसला किया कि यहां रहना मेरे लिए ठीक नहीं है।
सवाल: कहा जा रहा है कि भाजपा के कई नेता आपके साथ संपर्क में हैं और एनसीपी जॉइन कर सकते हैं।
इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हां कई भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ी है। जब मैं राज्य में अपना दौरा शुरू करूंगा तो और भी नेता पार्टी से बाहर निकलेंगे। कई लोगों ने मुझे पार्टी छोड़ने की मंशा बताई है।
सवाल: भाजपा का दावा है कि महाराष्ट्र सरकार ठीक से काम नहीं कर रही, यहां तक की केंद्र सरकार भी यही कह रही है, ऐसे में आप क्या सोचते हैं?
एकनाथ खड़से: देखिए, जो भी विपक्ष में होता है, वह कभी नहीं कहता है कि सरकार अच्छी है। यहां तक कि जब में 5 साल तक विपक्ष का नेता रहा। विपक्ष का काम है गलतियों को खोजना। सरकार ज्यादा नहीं चलेगी, गिर जाएगी। ये सब कहना विपक्ष का काम है।
सवाल: जब आप शरद पवार से मिले, तो आपकी क्या महत्वाकांक्षाएं थीं
एकनाथ खड़से ने कहा, शरद पवार ने मुझे बताया कि राज्य में कई विकास कार्य अटके हुए हैं। हजारों करोड़ों के प्रोजेक्ट पेंडिंग हैं। कुछ प्रोजेक्ट्स को फंड मिल सकता है।