बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद उन्होंने एक सभा में कहा था कि इस मामले में अधिकारियों की कोई गलती नहीं है। अधिकारियों ने मेरे आदेश का पालन किया था।
लखनऊ. उत्तरप्रदेश के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का निधन हो गया है। वो 89 साल के थे। कल्याण सिंह उत्तरप्रदेश में भाजपा के पहले सीएम थे। कल्याण सिंह 1992 में राम मंदिर आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने केन्द्रीय गृहमंत्री के आदेश को भी मानने से इंकार कर दिया था। अयोध्या में बाबरी विध्वंश के समय कल्याण सिंह ही उत्तर प्रदेश के सीएम थे। उन्हें बाबूजी के नाम से भी जाना जाता है।
जब गृहमंत्री को किया था इंकार
बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद उन्होंने एक सभा में कहा था कि इस मामले में अधिकारियों की कोई गलती नहीं है। अधिकारियों ने मेरे आदेश का पालन किया था। उन्होंने इसी सभा में कहा था कि बाबरी मस्जिद गिराये जाने की जो सजा देनी है मुझे दे दो। जांच बैठाना है मेरे ऊपर बैठाओ लेकिन इस मामले में अधिकारियों का कोई दोष नहीं। उन्होंने एक इंटरव्यू में ये भी कहा था कि मुझे मस्जिद गिराए जाने का कोई अफसोस नहीं है।
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उन्होंने बताया था कि जब कार सेवक अयोध्या पहुंचे तक उस समय के तत्कालीन केन्द्रीय गृहमंत्री शंकरराव चह्वाण का पोन उनके पास आया था। शंकरराव चह्वाण ने कल्याण सिंह से कहा था कि कारसेवक मस्जिद में चढ़ गए हैं। तब क्लायण सिंह ने कहा था कि मैं आपको ताजा जानकारी दे रहा हूं कारसेवक मस्जिद में चढ़े नहीं है बल्कि वो मस्जिद को गिरा रहे हैं। कल्याण सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए बताया था कि- मैंने उनसे कहा कि ये बात रिकॉर्ड कर लो चह्वाण साहब कि मैं गोली नहीं चलाऊंगा।
इस्तीफा लिख लिया था
राजनीतिक जानकरों के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में जैसे ही बाबरी मस्जिद की पहली ईंट गिरी थी कल्याण सिंह ने अपने लेटर पैड पर अपना इस्तीफा लिख दिया था। इस्तीफा लिखने के बाद भी उन्होंने कार सेवकों पर गोली चलवाने का आदेश नहीं दिया था।