सार

कल्याण सिंह का पहला कार्यकाल में 24 जून 1991 से 6 दिसम्बर 1992 तक और दूसरी बार 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक मुख्यमंत्री रहे।

लखनऊ. उत्तरप्रदेश के पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का 89 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने लखनऊ के SGPGI हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। कल्याण सिंह 48 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे और 7 दिनों से वेंटीलेटर पर थे। कल्याण सिंह यूपी में भाजपा के पहले सीएम थे। उन्होंने पहली बार सीएम बनने के बाद मंत्रिमंडल के सीधे अयोध्या में जाकर राम मंदिर बनाने की शपथ ली थी।

पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी ने कहा- मैं शब्दों से परे दुखी हूँ। कल्याण सिंह जी...राजनेता, अनुभवी प्रशासक, जमीनी स्तर के नेता और महान इंसान। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है। उनके पुत्र राजवीर सिंह से बात की और संवेदना व्यक्त की। भारत के सांस्कृतिक उत्थान में उनके योगदान के लिए आने वाली पीढ़ियां हमेशा कल्याण सिंह जी की आभारी रहेंगी। वह दृढ़ता से भारतीय मूल्यों में निहित थे और हमारी सदियों पुरानी परंपराओं पर गर्व करते थे।

 

कल्याण सिंह जी ने समाज के वंचित तबके के करोड़ों लोगों को आवाज दी। उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में कई प्रयास किए।

 

डॉक्टरों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SGPGI) में सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण निधन हो गया। 

कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ था। कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरों में से एक थे। कल्याण सिंह 2 बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे। 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराए जाने के दौरान कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलाने की अनुमति नहीं दी थी।

योगी आदित्यनाथ ने कैंसिल किया था दौरा
शनिवार को उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई थी जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना गोरखपुर दौरा रद्द कर दिया था और उन्हें देखने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। इससे पहले पीएम मोदी ने भी फोन में उनका हालचाल जाना था।

यूपी में तीन दिनों का राजकीय शोक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 23 अगस्त यानी सोमवार को नरौरा में गंगा तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दिन प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश रहेगा, ताकि लोग उन्हें श्रद्धाजंलि दे सकें। वहीं, यूपी में 3 दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है।