विदेश मंत्री जयशंकर ने सुनाई पापुआ न्यू गिनी के PM द्वारा नरेंद्र मोदी के पैर छूने के पीछे की कहानी, ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने इसलिए कहा बॉस

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे द्वारा नरेंद्र मोदी के पैर छूने और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज द्वारा पीएम मोदी को बॉस कहे जाने के पीछे की कहानी बताई।

Vivek Kumar | Published : May 25, 2023 4:00 AM IST / Updated: May 25 2023, 09:41 AM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह तीन देशों की यात्रा (Narendra Modi foreign trip) के बाद दिल्ली लौटे। नरेंद्र मोदी पापुआ न्यू गिनी जाने वाले भारत के पहले पीएम बने। वहां के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने एयरपोर्ट पर नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने चरण स्पर्श कर पीएम मोदी का आशीर्वाद लिया था। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने एक कार्यक्रम में 20 हजार लोगों के सामने नरेंद्र मोदी को बॉस कहा।

भारत आने पर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर नरेंद्र मोदी का स्वागत किया गया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पापुआ न्यू गिनी के PM द्वारा नरेंद्र मोदी के पैर छूने के पीछे की कहानी बताई। उन्होंने यह भी बताया कि ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने नरेंद्र मोदी को बॉस क्यों कहा था।

नरेंद्र मोदी को गुरु मानते हैं जेम्स मारापे
जयशंकर ने कहा, "जब प्रधानमंत्री पापुआ न्यू गिनी में अपने विमान से उतरे और जिस आदर-सम्मान से पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने उनका स्वागत यह तो आपसब ने देखा था। मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि उससे पहले पापुआ न्यू गिनी के पीएम हमारे राजदूत से बात कर रहे थे। उन्होंने उनसे कहा कि मैं भारत के प्रधानमंत्री को सिर्फ प्रधानमंत्री नहीं मानता। मेरे लिए वह एक और अतिथि नहीं हैं। मेरे लिए वह गुरु हैं। विश्व गुरु हैं। जो आदर-सम्मान मिला वह न केवल उनकी सोच थी बल्कि पूरे प्रशांत और पूरी दुनिया की सोच थी। मैं पिछले 45 साल से विदेश नीति कर रहा हूं। आज तक ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा।"

एंथनी अल्बनीज के स्पीच का हिस्सा नहीं था नरेंद्र मोदी को बॉस कहना
विदेश मंत्री ने कहा, "हम फिर ऑस्ट्रेलिया गए। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने मोदी जी को द बॉस कहा। उसमें भी एक कहानी है। यह उनके स्पीच में नहीं था। उन्होंने बाद में मुझे कहा कि मेरी अंदर की भावना थी। मुझे प्रकट करने का कहीं अंदर से दबाव था।"

यह भी पढ़ें- पीएम मोदी बोले- चुनौतियों को चुनौती देना मेरे स्वभाव में, बताया कोरोना वैक्सीन देने का दुनिया पर क्या है प्रभाव

Read more Articles on
Share this article
click me!