हंसते हुए इस चेहरे के पीछे छुपा है ऐसा दर्द, जिसे जानकर लोगों ने कहा- एक दिन तुमको दुनिया जानेगी

जूता पॉलिश करने वाले इस बच्चे ने कहा, "लोग मेरी तरफ देखते तक नहीं... लेकिन आज आपने रुककर मुझसे बात की" 

Asianet News Hindi | Published : Aug 20, 2019 1:47 PM IST / Updated: Aug 20 2019, 07:19 PM IST

नई दिल्ली. ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे नाम के फेसबुक पेज से हम्मी के एक बच्चे की कहानी शेयर की गई है। कहानी इतनी मार्मिक है कि 5 घंटे में ही 650 से ज्यादा कमेंट्स और 520 से ज्यादा लोगों ने शेयर किया। लोगों ने पोस्ट पर कमेंट किया कि एक दिन इस बच्चे को दुनिया जानेगी। ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे कहानीकारों की एक टीम है जो व्यक्तियों की यात्रा को बताती है। 

"जूते साफ करता हूं, ताकि मां-पिता का कर्ज चुका सकूं" 
मैं हम्पी से हूं। स्कूल की छुट्टी के बाद 2 महीने पहले यहां आया था। अपने चाचा की दुकान पर काम करने के लिए, ताकि मैं अपने माता-पिता के कर्ज को चुका सकूं। 

"मुझसे बातचीत करने के लिए कोई नहीं रुकता"
मैं यहां सुबह से शाम तक बैठता हूं। रोजाना कई तरह के ग्राहक आते हैं - कॉलेज जाने वाले बच्चे, ऑफिस जाने वाले लोग, यहां तक ​​कि बूढ़ी चाची और अंकल। मैं बस यही करता हूं कि यहां बैठूं, और जूते ठीक करूं या साफ करूं।, लेकिन मेरे पास ऐसा कोई भी नहीं था जो वास्तव में मेरे साथ बातचीत करने के लिए रुका हो। कुछ लोग तो मुझे देखते तक नहीं। 

"बिना कारण लोग मुझपर गुस्सा करते हैं"
कुछ मुझ पर बिना किसी कारण के गुस्सा करते हैं। यहां तक ​​कि अगर मैं बातचीत करने की कोशिश करता हूं, तो वे मुझे अनदेखा कर देते हैं। मुझे अपने काम से काम रखने के लिए कहते हैं।

"मैं शिक्षित होता तो भी लोग मेरे साथ ऐसा ही व्यवहार करते ?"
मैं सोचता हूं कि अगर मैं एक शिक्षित व्यक्ति होता तो यहां सड़क पर नहीं, बल्कि एक जूते की दुकान में बैठा होता तो क्या मेरे साथ तब भी ऐसा व्यवहार किया जाता। जैसे कोई बात करने लायक भी न हो। मुझे पहले भी बुरा लगता था, लेकिन मैं अभी इसके लिए शर्तों पर आता हूं। 

"आज आपने रुककर मुझसे बात की"
मैं रोज प्रार्थना करता हूं कि मैं इस कर्ज को तेजी से चुका सकूं, ताकि मैं स्कूल वापस जा सकूं, अपनी पढ़ाई खत्म कर सकूं, अच्छी नौकरी पा सकूं, अच्छा वेतन पा सकूं - और सबसे महत्वपूर्ण बात, अब गायब नहीं होना। मुझे उम्मीद हैं कि धीरे-धीरे मेरी सारी इच्छाएं पूरी होगी, क्‍योंकि आज आपने मुझसे रुककर बात की। 
 

Share this article
click me!