बंद कमरे में यूट्यूब देखा करते थे ये भाई-बहन, जीजा ने पकड़ा था, ये खबर आज तक वायरल है, वजह भी बड़ी है

 यह मामला सितंबर, 2020 में सामने आया था। यह खबर आज तक इंटरनेट की सनसनी बनी हुई है। इसकी वजह भी बहुत बड़ी है। दरअसल, ये भाई-बहन बंद कमरे मे यूट्यूब देखकर जाली नोट बनाने की तरीका सीख रहे थे। RBI की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, 2016 में नोटबंदी(Demonetisation) के बाद नकली नोटों पर लगाम लगी थी, लेकिन पिछले एक साल में फिर से फेक करेंसी(Fake currency) तेजी से मार्केट में फैली है।

Amitabh Budholiya | Published : Jun 7, 2022 5:29 AM IST / Updated: Sep 07 2022, 09:12 AM IST

डेस्क न्यूज. यह मामला सितंबर, 2020 में सामने आया था। यह खबर आज तक इंटरनेट की सनसनी बनी हुई है। इसकी वजह भी बहुत बड़ी है। दरअसल, ये भाई-बहन बंद कमरे मे यूट्यूब देखकर जाली नोट बनाने की तरीका सीख रहे थे। ऐसे मामले देशभर में सामने आते रहते हैं। बता दें कि रिजर्व बैंक आफ इंडिया(RBI) ने मई में अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की थी। इसके अनुसार, 2016 में नोटबंदी(Demonetisation) के बाद नकली नोटों पर लगाम लगी थी, लेकिन पिछले एक साल में फिर से फेक करेंसी(Fake currency) तेजी से मार्केट में फैली है।

भाई-बहन सिर्फ एक उदाहरण हैं
ये भाई-बहन सुनीता राय और प्रदीप महाराष्ट्र के पुणे स्थित पिंपरी के रहने वाले हैं। इन्हें सितंबर, 2022 में क्राइम ब्रांच ने अरेस्ट किया था। इन्होंने यूट्यूब के जरिये 50, 100, 200, 500 और 2000 के नकली नोट छापे थे। ये बुजुर्ग दुकानदार या गांव के सीधे-सादे लोगों को नकली नोट टिकाते थे। लेकिन सब्जी मंडी में एक दुकानदार को नकली नोट देने पर पोल खुल गई। उसे शक हुआ, तो उसने पुलिस को बुला लिया। इनका मामला मीडिया में तेजी से वायरल हुआ था। इंटरनेट पर ये केस आज भी सनसनी बना हुआ है। ये सिर्फ एक उदाहरण हैं। टेक्नोलॉजी ईजी होने से फेक करेंसी बनाना आसान लगने लगा है।

RBI ने माना कि फेक करेंसी बढ़ गई है
जब 2016 में मोदी सरकार ने नोटबंदी का ऐलान किया, तब अनुमान लगाया गया कि इससे नकली नोट कम हो जाएंगे। ऐसा हुआ भी, लेकिन फिर बाजार में नकली नोट दिखाई देने लगे हैं। रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की ताज़ा वार्षिक रिपोर्ट भी यही मानती है। फाइनेंसियल ईयर 2021-22 की रिपोर्ट में खुलासा किया गया कि वर्ष 2020-21 की तुलना में 500 रुपये मूल्य के 101.9% से अधिक, जबकि 2,000 रुपये मूल्य के 54.16% से अधिक नकली नोटों का पता चला। 10 रुपए के नकली नोटों में 16.4%, 20 रुपए के नकली नोटों में 16.5% और 200 रुपए के नकली नोटों में 11.7% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। सिर्फ 50 और 100 रुपए के नकली नोटों में क्रमशः 28.7% और 16.7% की गिरावट देखी गई। RBI के अनुसार, 2021-22 के बीच नकली भारतीय मुद्रा में से 6.9 प्रतिशत रिजर्व बैंक में और 93.1 प्रतिशत अन्य बैंकों में मिले।

ऐसे पहचानें 500 का नकली नोट
नोट को लाइट के सामने रखने पर यहां 500 लिखा नजर आएगा। आंख के सामने 45 डिग्री के एंगल से देखने पर भी 500 लिखा दिखेगा। देवनागरी में भी 500 लिखा नजर आएगा। नोट को हल्का मोड़ने पर सिक्योरिटी थ्रीड का कलर हरा से नीला दिखेगा। नए नोट में में गारंटी क्लॉज, गवर्नर के सिग्नेचर, प्रॉमिस क्लॉज और आरबीआई का लोगो राइट साइड शिफ्ट किया गया है।

100 रुपए के नोट को ऐसे पहचानें
नोट पर सामने वाले दोनों हिस्से पर देवनागरी में 100 लिखा गया है। बीच में महात्मा गांधी की फोटो है। नोट पर RBI, भारत, INDIA और 100 छोटे अक्षरों में लिखा दिखेगा। 100 रुपये या उससे अधिक मूल्य वाले नोट पर महात्मा गांधी का चित्र, रिजर्व बैंक की सील, गारंटी और प्रॉमिस क्लॉज, अशोक स्तंभ, आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर और दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए आइडेंटिफिकेशन मार्क इंटैग्लियो में प्रिंटेड (Intaglio printing) किया गया है। 10, 20, और 50  के नोट पर फ्रंट साइड में सिल्वर रंग का सुरक्षा धागा दिखाई देगा है। ये सिक्योरिटी धागा अल्ट्रावायलेट लाइट में रखने पर पीले रंग का दिखाई देगा।

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