First Covid 19 Vaccines for Animals मानव आबादी में रहने वाले जानवरों में भी कोरोना संक्रमण होने की सबसे अधिक प्रबलता होती है। कोविड-19 से जानवरों को बचाने के लिए भारत के एक रिसर्च सेंटर में स्वदेशी वैक्सीन व किट विकसित किया गया है।
Covid-19 Vaccine for Animals: देश-विदेशों में कोविड महामारी ने बीते कुछ सालों में लाखों जानें ली है। कोरोना की चपेट में आने से केवल इंसानों का ही नहीं बल्कि जानवरों के जीवन पर भी संकट छाया रहा। न जाने कितने जानवर कोरोना से अपनी जान गंवा बैठे थे। कृषि प्रधान देश में खेती-किसानी के अलावा यहां पशुपालन भी किसानों का आधार है। ऐसे में पशुओं को कोरोना से बचाने के लिए देश में पहली कोविड वैक्सीन एनकोवैक्स को मंजूरी मिलने के साथ लांच कर दिया गया है। पशुओं में कोरोना है कि नहीं, इसकी जांच के लिए एक जांच किट भी तैयार किया गया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि जानवरों के लिए तैयार किया गया कोरोना वैक्सीन व किट पूरी तरह से स्वदेशी है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस वैक्सीन को लांच किया है।
कहां हुआ विकसित जानवरों का कोरोना Vaccine
जानवरों के लिए विकसित की गई कोविड-19 वैक्सीन एनकोवैक्स को हरियाणा के आईसीएआर-एनआरसी (ICAR-National Research Centre on Equines) ने बनाया है। Hisar में स्थित इस राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र में घोड़ों व अन्य पशुओं के संक्रामक रोगों की रोकथाम संबंधी रिसर्च भी किए जाते हैं। इस रिसर्च सेंटर में अभी तक घोड़ों व अन्य पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने के लिए 6 वैक्सीन और 19 क्लिनिकल टेक्नालॉजी को विकसित किया गया है।
एन्कोवेक्स वैक्सीन (Ancovax Vaccine) का असर?
राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, हिसार द्वारा विकसित एन्कोवेक्स वैक्सीन, जानवरों को कोरोना से बचाने में सक्षम है। इस वैक्सीनेशन से सार्स कोरोना वायरस-2 (कोविड-19) से पालतू जानवर (कुत्ते, बिल्लियां), जो मानव आबादी के साथ रहते हैं, उनको कोविड से बचाएगा। यह वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित है, जानवरों में कोविड 19 वायरस रोकने की प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करती है।
जांच के लिए किट भी विकसित
इस केन्द्र ने जानवरों में कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए भी किट विकसित की है। इस किट को कैन कोव-2 एलिसा किट (CAN-CoV-2 ELISA Kit) कहा गया है। कुत्तों व अन्य जानवरों में सार्स कोव-2 एंटीबॉडी का पता लगाने में कैन कोव-2 एलिसा किट सक्षम है। वर्तमान में कुत्तों में सार्स कोव-2 संक्रमण पता लगाने के लिए कोई अन्य किट उपलब्ध नहीं है। यह किट सार्स कोव-2 संक्रमण पता लगाने में उपयोगी साबित होगी। किट भारत में बनी है और इसके लिए एक पेटेंट दायर किया गया है। कैनाइन में एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए यह सबसे उपयोगी होगा।
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