वायुसेना अफसरों की गलती से ही 27 फरवरी को श्रीनगर के बडगाम में एमआई-17वी हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस मामले में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में वायुसेना के पांच अफसरों को दोषी पाया गया।
नई दिल्ली. वायुसेना अफसरों की गलती से ही 27 फरवरी को श्रीनगर के बडगाम में एमआई-17वी हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस मामले में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में वायुसेना के पांच अफसरों को दोषी पाया गया।
पूर्व वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल हरि कुमार उस वक्त पूरे ऑपरेशन के इंचार्ज थे, जब स्पाइडर डिफेंस मिसाइल सिस्टम से हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में पांच अफसरों को दोषी पाया गया, इनमें एक ग्रुप कैप्टन, दो विंग कमांडर और दो फ्लाइट लेफ्टिनेंट शामिल हैं।
लापरवाही और सही प्रक्रिया ना अपनाने के दोषी पाए गए अफसर
27 फरवरी को हादसे के बाद इस मामले की जांच एयर कमोडोर रैंक के अफसर को सौंपी गई थी। जांच में अफसरों को लापरवाही और सही प्रक्रिया ना अपनाने का दोषी पाया गया है। इस रिपोर्ट को वायसेना के मुख्यालय भेज दिया गया है।
पाक की घुसपैठ की कोशिश के दौरान हुआ था हादसा
14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था। इसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। इस हमले का बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसके अगले दिन 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना ने भारत में घुसपैठ की कोशिश की थी। इसी दौरान एक आईएएफ एमआई-17 हेलिकॉप्टर श्रीनगर के पास बडगाम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें छह जवान शहीद हो गए थे। हादसे में एक नागरिक की भी मौत हुई थी।