उत्तरी सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में फ्लैस फ्लड (Flash floods in Sikkim) की घटना हुई। यहां जलस्तर अचानक बढ़ गया और बाढ़ आ गई। बाढ़ के पानी में वाहन बह जाने से सेना के 23 जवान लापता हो गए हैं।
नई दिल्ली। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार रात को सिक्किम के लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ (Flash floods in Sikkim) में सेना के 23 जवान लापता हो गए हैं। उनकी तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है। बाढ़ के चलते इलाके की सड़कों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे राहत और बचाव अभियान प्रभावित हो रहा है।
उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फटने के कारण फ्लैस फ्लड की घटना हुई। इससे तीस्ता में जलस्तर अचानक बढ़ गया। चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने से स्थिति और बिगड़ गई। नदी का जल स्तर 15-20 फीट तक बढ़ गया था।
बाढ़ में बह गए सेना के वाहन
सेना के वाहनों को सिंगताम के पास बारदांग में खड़ा किया गया था। इसमें 23 जवान मौजूद थे। फ्लैस फ्लड आने से ये वाहन बह गए। अचानक आई बाढ़ ने लाचेन घाटी में सेना के कई इमारतों को नुकसान पहुंचाया है। कितनी तबाही हुई इसका आकलन किया जा रहा है।
तीस्ता नदी पर बना सिंगथम पैदल पुल बह गया
बाढ़ की चपेट में आकर तीस्ता नदी पर बना सिंगथम पैदल पुल बह गया है। नेशनल हाईवे 10 के कई हिस्से बह गए हैं। यह हाईवे सिक्किम को पश्चिम बंगाल से जोड़ता है। हाईवे को हुए नुकसान से सिक्किम का सड़क संपर्क पश्चिम बंगाल से कट गया है। इलाके के कई और सड़कों को भी बाढ़ से नुकसान हुआ है।
सिक्किम सरकार ने जारी किया हाई अलर्ट
सिक्किम सरकार ने राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है। लोगों से कहा गया है कि तीस्ता नदी से दूर रहें। पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तीस्ता नदी के निचले जलग्रहण क्षेत्र से लोगों को निकालना शुरू कर दिया है।
इसी साल जून में उत्तर सिक्किम में आया था फ्लैस फ्लड
इससे पहले इसी साल जून में उत्तर सिक्किम में मानसून की भारी बारिश हुई थी। इसके चलते विनाशकारी फ्लैस फ्लड आया था। पेगोंग क्षेत्र में बाढ़ से भारी नुकसान हुआ था। इसके कारण NH10 पूरी तरह से बंद हो गया था और राजमार्ग के साथ बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान हुआ था।