बाढ़ का कहर: असम के 30 जिलों में 56 लाख लोग प्रभावित, बिहार में 11 जिलों के 15 लाख लोग चपेट में
मानसूनी बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर के चलते असम और बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। रविवार को असम में बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई। इस आपदा से राज्य में अब तक 102 लोगों की मौत हो चुकी है।
Asianet News Hindi | Published : Jul 27, 2020 6:28 AM IST / Updated: Jul 27 2020, 12:01 PM IST
नई दिल्ली. मानसूनी बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर के चलते असम और बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। रविवार को असम में बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई। इस आपदा से राज्य में अब तक 102 लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों राज्यों में करीब 60 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। असम में अब तक 30 जिलों के 56 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं।
असम में बनाए गए 615 राहत कैंप
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असम में अब तक बाढ़ से 30 जिले प्रभावित हुए हैं। वहीं, अभी भी 23 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। इनमें रहने वाले करीब 25 लाख लोग आपदा से प्रभावित हुए हैं। राज्य में 2265 गांव में अभी भी पानी ही पानी नजर आ रहा है।
असम में सबसे ज्यादा प्रभावित गोलपारा है। यहां 4.70 लाख लोगों पर आपदा का असर पड़ा है। वहीं, बारपेटा में 3.95 और मोरिगांव में 3.33 लाख लोग प्रभावित हैं। इन जिलों में करीब 1 लाख लोग राहत कैंपों में रह रहे हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट, गोलपारा, सोनितपुर, बारपेटा, करीमगंज और कुशीयारा में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।
असम में बाढ़ की चपेट में काजीरंगा नेशनल पार्क भी आ गया है। यहां अब तक 132 जानवर की मौत हो चुकी है। इसमें 14 गैंडे, 5 जंगली भैंसें, 8 जंगली सुअर और 98 हिरन और एक पाइथन भी शामिल हैं।
बिहार में भी बाढ़ का कहर जारी है। राज्य में 11 जिलों के करीब 15 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। अब तक 1.36 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया है।
यहां सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया और सारण जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
बिहार में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां बागमति, बुर्खी, गंडक, कमला, अधवारा भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। बिहार में एनडीआरएफ की 13 और एसडीआरएफ की 8 टीमें रेस्क्यू में लगी हुई हैं। अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।